जनसंवाद, जमशेदपुर। मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज और टाटा मेन हॉस्पिटल के ओटोरहिनोलैरिंगोलॉजी एंड हेड एंड नेक सर्जरी विभाग एवं एनाटॉमी विभाग द्वारा दो दिवसीय सीएमई सह कार्यशाला “मणिपाल टाटा पहला कॉन्क्लेव – ओटोलॉजी अपडेट” का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन विश्व श्रवण दिवस 2025 के उपलक्ष्य में 1 और 2 मार्च को आयोजित किया गया। झारखंड मेडिकल काउंसिल द्वारा इस कार्यक्रम को 4 क्रेडिट घंटे प्रदान किए गए। कार्यक्रम का आयोजन विभाग द्वारा मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जी. प्रदीप कुमार के संरक्षण में किया गया।
सर्जरी का लाइव प्रदर्शन और कैडावेरिक कार्यशाला
पहले दिन डॉ. अश्विनी वर्मा (निदेशक, डॉ. अश्विनी ईएनटी अस्पताल एवं अध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ ओटोलैरिंगोलॉजिस्ट्स ऑफ इंडिया, बिहार-झारखंड) द्वारा टाटा मेन हॉस्पिटल में लाइव सर्जरी का प्रदर्शन किया गया। इस सर्जरी का सीधा प्रसारण मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के टीएमए पाई हॉल में किया गया, जिससे उपस्थित चिकित्सकों और छात्रों को लाभ मिला।
इसके बाद दोपहर के सत्र में डॉ. दीपक रंजन नायक (सीनियर कंसल्टेंट एवं हेड, उत्कल हॉस्पिटल, भुवनेश्वर और पूर्व एचओडी, मणिपाल) द्वारा कान की विभिन्न सर्जरी की कैडावेरिक (डेड बॉडी) डेमोंस्ट्रेशन दी गई।
दूसरे दिन 10 प्रतिभागियों द्वारा टेंपोरल बोन (कान की हड्डी) की कैडावेरिक डिसेक्शन की गई। इसके अतिरिक्त, बहरापन और उसके प्रबंधन पर आमंत्रित विशेषज्ञों द्वारा वैज्ञानिक सत्र आयोजित किए गए।
पीजी और एमबीबीएस छात्रों ने भी दी शोध प्रस्तुतियां
कार्यक्रम के दौरान मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट प्रशिक्षुओं और एमबीबीएस छात्रों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
दो दिवसीय इस सम्मेलन में देशभर से लगभग 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों की उपस्थिति और उनके विचारों ने इस आयोजन को और भी समृद्ध बनाया।
मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के बारे में
मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन और टाटा स्टील लिमिटेड का एक संयुक्त संस्थान है। यह कॉलेज गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अत्याधुनिक सुविधाओं और समर्पित शिक्षकों के साथ, यह संस्थान भावी चिकित्सा पेशेवरों को प्रशिक्षित करने और समाज की भलाई में योगदान देने के लिए सतत प्रयासरत है।