सोशल संवाद/जमशेदपुर: टाटा स्टील ने 13 फरवरी को सेंटर फॉर एक्सीलेंस में राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी दो सत्रों में आयोजित की गई थी जिसमें उत्पादकता के राष्ट्रीय थीम – हरित विकास और सस्टेनेबिलिटी पर सेमिनार और पैनल चर्चा शामिल थी।
सेमिनार का आयोजन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, जमशेदपुर चैप्टर के सहयोग से किया गया था। रामा शंकर सिंह, चीफ प्रोडक्टिविटी सर्विसेज, टाटा स्टील ने राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह पर संक्षिप्त चर्चा के साथ सभा को सम्बोधित किया।
विभिन्न औद्योगिक और व्यावसायिक निकायों के वक्ताओं ने थीम पर अपने विचार साझा किए। इनमें डॉ. ए के बेहरा, चेयरमैन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, नेशनल काउंसिल, सोमेश बिस्वास, चीफ कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी, टाटा स्टील, डॉ. टाटा एल रघु राम, एक्सएलआरआई में एसोसिएट प्रोफेसर, मनोज के. तिवारी, निदेशक, एनआईटीआईई (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग), पल्लवी ऐनी, डायरेक्टर, बिजनेस एक्सीलेंस क्यूएचएससी (क्वालिटी हेल्थ सस्टेनेबिलिटी एंड एनवायरनमेंट), दुबई) शामिल थे।
वक्ताओं ने उत्पादकता, प्रोडक्टिविटी पर कर्मचारी लागत के प्रभाव, राष्ट्रों के सामाजिक आर्थिक विकल्पों, अर्थव्यवस्था के डीकार्बोनाइजेशन में चुनौतियों, सस्टेनेबल प्रोक्योरमेंट की बढ़ती आवश्यकता, मैक्रो स्तर पर संसाधन दक्षता, भारत सरकार द्वारा नीतिगत हस्तक्षेप, किसी भी वैल्यू चेन में सस्टेनेबल विकास के लिए प्रमुख फोकस एरिया, उत्पादकता पर जैव विविधता का प्रभाव, हरित उत्पादकता के लिए पर्यावरण के साथ उत्पादकता का एकीकरण, सबसे अधिक उत्पादक और सस्टेनेबल भविष्य के लिए शून्य अपशिष्ट नीति आदि जैसे विभिन्न कारकों पर जानकारी दी। संगोष्ठी के दूसरे भाग में हरित विकास और सस्टेनेबिलिटी पर पैनल चर्चा हुई।
अत्रेई सान्याल, वाईस प्रेसिडेंट, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, टाटा स्टील और संजीव कुमार चौधरी, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन क्रमशः मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। पैनल के सदस्यों में रंजन कुमार, चीफ कोक प्लांट्स, ज्ञान प्रकाश, चीफ ऑटोमेशन, टाटा स्टील, शाहनवाज आलम, वाइस प्रेसिडेंट, टाटा वर्कर्स यूनियन और श्याम सुंदर सिंह, जनरल सेक्रेटरी, टाटा मोटर्स यूनियन शामिल थे। सत्र का समापन उत्पादकता पर एक स्किट के मंचन के साथ हुआ।