जनसंवाद, खरसावां (उमाकांत कर): कुचाई प्रखंड संसाधन केन्द्र में शनिवार को झारखण्ड शिक्षा परियोजना के तहत समावेशी शिक्षा अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत प्रखंड स्तरीय दिव्यांगता जांच शिविर एवं आवश्यक सहायक उपकरण वितरण शिविर का आयोजन किया गया। प्रखंड स्तरीय दिव्यांगता जांच शिविर में विभिन्न गांवो से 3 से 18 आयु वर्ष के पहुचे 25 दिव्यांग बच्चों के द्वारा निबंधन कराया गया। जिसकी जांच एलिम्को, भुवनेश्वर से आए डॉ प्रिया वर्मा, डॉ आलोक साहु एवं डॉ राजेश कुमार के द्वारा किया गया।
इसमें से दिव्यांग उपकरणों के लिए 17 दिव्यांग बच्चों को चिन्हित किया गया। आज की जांच में चिन्हित दिव्यांग बच्चों को अगले जांच शिविर में सहायक उपकरण प्रदान किए जाएंगे। वही आज 23 दिव्यांग बच्चों के बीच सपोर्टिग इक्विपमेंट्स प्रदान किया गया। शिविर का उदघाटन जिला शिक्षा अधीक्षक चार्ल्स हेंब्रम एपीओ अमर प्रकाश टुटी एपीओ सुभाष हेंब्रम प्रखंड शिक्षा प्रसार संजय कुमार जोशी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया।
मौके पर जिला शिक्षा अधीक्षक चार्ल्स हेंब्रम ने कहा कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है। ये हौसलों की उड़ान है। दिव्यांगता को सामाजिक कलंक मानने की धारणा से लोगों को दूर करने के साथ उनके अधिकारों की रक्षा करना है। दिव्यांग होने के बाद भी थके नही, हारे नही और दुनिया को बताए दिव्यांगता आगे बढ़ने से नही रोक सकती है।
वही बीइईओ श्री जोशी ने कहा कि दिव्यांगों को ट्राय साइकिल देने का मकसद उनके अंदर स्वावलंबन की भावना जगाने के साथ स्वावलंबी बनाना भी है। समाज को अपनी संकीर्ण मानसिकता का त्याग कर दिव्यांग बच्चों को सबल बनाने के लिए अपना सहयोग देना चाहिए। इनके तनिक प्रयास से दिव्यांगों का जीवन भी विकास के पथ पर धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगेगा। इस दौरान ट्राईसाईकिल,बच्चों को व्हीलचेयर, जूता,कान की मशीन आदि दिव्यांग बच्चों को प्रदान किया गया।
शिविर में जिला शिक्षा अधीक्षक चार्ल्स हेंब्रम, एपीओ सुभाष हेंब्रम, एपीओ अमर प्रकाश टुटी, बीईईओ संजय कुमार जोशी, बीपीओ नाथो महतो, डॉ प्रिया वर्मा, डॉ आलोक साहु, डॉ राजेश कुमार, फिजियोथैरेपिस्ट आदित्य कुमार, रिसोर्स शिक्षक दयाल लेट आदि उपस्थित थे।