जनसंवाद, जमशेदपुर: पूर्व सांसद और सह कांग्रेस के वरीय नेता डॉ. अजय कुमार ने सोमवार को बीजेपी नेताओं औऱ विधायक सरयू राय को चुनौती देते हुए कहा कि वे सार्वजनिक मंच पर मुझसे बहस कर ले, मैं तैयार हूं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ भुईंयाडीह के कल्याण नगर औऱ इंदिरा नगर का ही मामला नहीं है। यह तो महज शुरुआत है। यह बहुत बड़ा मामला है। सरयू राय और बीजेपी के नेताओं ने कल्याणनगर और इंदिरानगर के लोगों को धोखा देने का काम किया हैं।
डॉ. अजय कुमार ने कहा कि शुरुआत में तो बीजेपी और सरयू राय यह स्वीकार ही नहीं कर थे कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में अर्जुन मुंडा ने ही शिकायत दर्ज कराई है। मुझ पर ही झुठ बोलने का आरोप लगाया था। जब मैंने एनजीटी कोर्ट आर्डर की कॉपी सार्वजनिक की तब सरयू राय और बीजेपी ने स्वीकार किया कि अर्जुन मुंडा ने ही एनजीटी में शिकायत की थी। लेकिन कल्याणनगर और इंदिरानगर के लिए शिकायत नहीं किया था। तो उन्हें यह बताना चाहिए कि किस कारण से और किसको फायदा पहुंचाने के लिए यह शिकायत किया गया था।
अभी भी बीजेपी और सरयू राय लोगों को गुमराह कर रहे हैं। मैं उन्हें खुली चुनौती देता हूं कि वो सार्वजनिक मंच पर मुझसे बहस करले। मैं सभी कागजात पेश कर दूंगा कि इस मामले में बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा का ही हाथ है। पूरे मामले की जानकारी सरयू राय को थी। लेकिन सरयू राय ने अपने परम मित्र बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा को बचाने और अपनी राजनीति सत्ता के लिए सैंकड़ों गरीबों लोगों को धोखा देने का काम किया। सरयू राय क्यों नहीं अर्जुन मुंडा द्वारा एनजीटी में की गई आवेदन की कॉपी सार्वजनिक कर रहे हैं। उन्हें क्या डर सता रहा है।
डॉ. अजय ने कहा कि यह केवल कल्याणनगर औऱ इंदिरानगर की बात नहीं, बल्कि जमशेदपुर में नदी किनारे बसे सभी बस्तियों और बड़ी इमारतों को हटाने के लिए आवेदन किया गया था। जानकारी मिल रही है कि एक बड़े कॉर्पोरेट कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए अर्जुन मुंडा ने एनजीटी में आवेदन किया था।
डॉ अजय ने कहा कि सरयू राय और बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा को यह बताना चाहिए कि किस कॉर्पोरेट कंपनी (एसटीपी) को फायदा पहुंचाने के लिए मुंडा ने आवेदन किया था। इसकी पूरी जानकारी सरयू राय को थी, लेकिन वो इसको लोगों से छुपाते रहे। इस पूरे मामले में दोनों बराबर के भागीदार हैं। मैं जल्द ही सभी दस्तावेज के साथ पूरे मामले की खुलासा करुंगा।