जनसंवाद डेस्क: बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दी है। आयोग ने 1,70, 461 पदों पर वैकेंसी निकाली है। इसमें टीचर पद के लिए योग्य अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बीपीएससी ने मंगलवार देर रात को यह विज्ञापन जारी कर दिया है। अभ्यर्थी BPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर विज्ञापन डाउनलोड कर सकते हैं। BPSC के अनुसार, शिक्षक भर्ती के लिए 15 जून से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। वहीं अंतिम आवेदन करने तिथि 12 जुलाई है। परीक्षा अगस्त महीने के 19, 20, 26 और 27 तारीख को होगी। वहीं शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट दिसंबर तक आएगा।
जानिए किस वर्ग के शिक्षक के लिए कितने पद
क्लास 1 से 5
- सामान्य – 13345 पद
- उर्दू – 2528 पद
- बांग्ला- 22 पद
क्लास 9 से 10 तक
- 8486 पद
क्लास 11 से 12
- 14679 पद
आइए जानते हैं किस वर्ग के शिक्षक की कितनी बनेगी ग्रॉस सैलरी…
प्राइमरी स्कूल (क्लास 1 से 5)
- नियोजित शिक्षक – ₹37832
- वेतनमान वाले शिक्षक- ₹44130
मिडिल स्कूल (क्लास 6 से 8)
- नियोजित शिक्षक – ₹39771
- वेतनमान वाले शिक्षक- ₹49050
हाई स्कूल (क्लास 9 से 10)
- नियोजित शिक्षक – ₹39771
- वेतनमान वाले शिक्षक- ₹53970
हायर सेकेंडरी स्कूल (क्लास 11 से 12)
- नियोजित शिक्षक – ₹41679
- वेतनमान वाले शिक्षक- ₹55610
50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को मिलेगा
इधर, शिक्षक नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग और बिहार लोक सेवा आयोग के अधिकारियों के बीच दो दिनों के अंदर कई राउंड बैठक के बाद मंगलवार को बीपीएससी ने मीडिया के सामने सारे मुद्दे व समाधान रखे। आयोग ने यह पक्का कर लिया है कि रजिस्ट्रेशन और आवेदन इस परीक्षा में अलग नहीं होगा। 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को मिलेगाइसी कैलेंडर वर्ष में सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। सभी 1.7 लाख नियुक्तियां कर ली जाएंगी। आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि अभ्यर्थियों को आयोग की ओर से दी जा रही जानकारी पर भरोसा करना चाहिए, अफवाहों या कुतर्क में नहीं पड़ना चाहिए।
पात्रता के लिए इस जानकारी को समझ लें
आयोग के सामने सबसे अहम मांग थी कि डीएलएड और बीएड के अपीयरिंग स्टूडेंट आवेदन प्रक्रिया में शामिल होने की मांग कर रहे थे। आयोग ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि बीएड-डीएलएड में लास्ट ईयर में अपीयरिंग वाले स्टूडेंट्स को भी मौका मिलेगा। इसकी सीमा 31 अगस्त तक तय की गई है। हालांकि, आयोग द्वारा जब सत्यापन किया जाएगा, तब अभ्यर्थियों को अपना एडमिट कार्ड दिखाना होगा। अर्हता से संबंधित किसी प्रमाणपत्र के लिए परीक्षा दे चुके हैं और परिणाम का इंतजार कर रहे हों या जो परीक्षा देने वाले हों, उन्हें अंडरटेकिंग देना होगा कि निर्धारित अवधि तक वह अर्हता का प्रमाणपत्र जमा कर देंगे, अन्यथा वह अपात्र घोषित हो जाएंगे। BPSC के अध्यक्ष अतुल प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आज कई बिंदुओं पर मंथन हुआ। बैठक में शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह भी शामिल हुए। संवाददाताओं को स्पष्ट किया गया कि स्थायी निवासी के लिए प्रमाणपत्र होना जरूरी है। सरकार ने शिक्षक भर्ती नियमावली के लिए बाकी भी जो प्रावधान किए गए हैं या आरक्षण या उम्र में छूट की जो व्यवस्था रखी गई है, उसी हिसाब से परीक्षा ली जाएगी।
कंप्यूटर शिक्षक बनने के लिए B.Ed की अनिवार्यता नहीं
इधर, सोमवार को भी बैठक हुई थी। इसमें कई बिंदुओं पर दोनों विभाग के अधिकारियों की सहमति से निर्णय लिए गए। इसमें कहा गया B.Ed के अंतिम वर्ष की परीक्षा में शामिल छात्र भी अब शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे। इंजीनियरिंग और कंप्यूटर ग्रेजुएट समेत टेक्निकल डिग्री वाले अभ्यर्थी भी क्लास 9 और 10 में गणित व विज्ञान विषय के शिक्षक बन सकेंगे। साथ ही क्लास 11 और 12 में कंप्यूटर शिक्षक बनने के लिए B.Ed की अनिवार्यता नहीं है। विषयवार शिक्षक की पात्रता पर विद्यालय अध्यापक नियुक्ति नियमावली 2023 के प्रावधान को संशोधित कर दिया है। शिक्षक नियुक्ति संबंधी यह अधिसूचना बैठक के बाद सोमवार को जारी कर दी गई।