जनसंवाद, खरसावां (उमाकांत कर)। कुचाई प्रखंड के दलभंगा में बकास्त मुंडारी खुंटकट्टी रक्षा एवं विकास समिति (39 मौजा) के तत्वावधान में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती बड़े ही श्रद्धा और पारंपरिक उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत समिति के पाहन जोगेंद्र मुंडा और लखीराम मुंडा ने मुंडारी परंपरा के अनुसार भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा तथा शिलापट्ट पर पूजा-अर्चना कर की।
कार्यक्रम में पहुंचे स्थानीय विधायक दशरथ गागराई ने धरती आबा के संघर्ष, शौर्य और शहादत को नमन करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए अंग्रेजों और जमींदारी प्रथा के खिलाफ ऐतिहासिक उलगुलान का नेतृत्व किया।
विधायक गागराई ने कहा— “धरती आबा के विचार और संघर्ष हमें अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देते हैं। उनकी जीवनी से सीख लेकर हमें समाज और राज्यहित में कार्य करना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड सरकार राज्य के अमर वीर शहीदों और आंदोलनकारियों के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा विभिन्न विकास योजनाओं और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को प्रभावी रूप से लागू कर रही है। कार्यक्रम पूर्णतः शांतिपूर्ण और पारंपरिक मुंडारी रीति-रिवाजों के अनुरूप संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण और समिति के सदस्य उपस्थित थे। मुख्य रूप से उपस्थित लोगों में बासंती गागराई, धमेंद्र सिंह मुंडा, भरत सिंह मुंडा, मानसिंह मुंडा, करम सिंह मुंडा, लखीराम मुंडा, बैकुंठ मुंडा, मुन्ना सोय, दशरथ उरांव, सुखलाल मुंडा,
कृष्णा मुंडा, नरपति बांकिरा, भुवनेश्वर मुंडा, मधु मुंडा, संतोष मुंडा, मोहन लाल मुंडा, घनश्याम मुंडा आदि शामिल थे।















