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पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन, लायंस क्लब ऑफ जमशेदपुर, अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन और गुजराती सनातन सहेली ने राहगीरों के बीच किये पौधे का वितरण 

By Goutam

Published on:

 

पौधा वितरण

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जनसंवाद, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन, लायंस क्लब ऑफ जमशेदपुर, अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन और गुजराती सनातन सहेली के सदस्यों ने बिस्टुपुर गोपाल मैदान के समीप संयुक्त रूप से राहगीरों के बीच 500 पौधा वितरण किया। यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण और समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष मुकेश मित्तल ने अपने सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर किया। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर दिया और “एक पेड़ माँ के नाम” योजना के तहत पौधा रोपण का महत्व समझाया। इस योजना का उद्देश्य न केवल पर्यावरण संरक्षण है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश फैलाना है कि हर व्यक्ति अपने जीवन में एक पेड़ लगाकर समाज और पर्यावरण की सेवा कर सकता है।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा जमशेदपुर जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा उपस्थित थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “आज के समय में पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। हम सभी को मिलकर इस दिशा में काम करना होगा। पौधा रोपण एक छोटा सा कदम है, लेकिन इसका प्रभाव बहुत बड़ा हो सकता है। कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष शंकरलाल मित्तल, लायंस क्लब ऑफ जमशेदपुर की अध्यक्ष शशि गाड़िया, अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण देबुका, अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन की महिला प्रदेश अध्यक्ष विनीता शाह, अनिल रिंगसिया, बिकास गुप्ता, सुनीता जैसवाल ने भी संबोधित किया।

पौधा वितरण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को संरक्षित करना और लोगों में पौधा रोपण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। पर्यावरण संरक्षण आज के समय की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक है। तेजी से बढ़ते शहरीकरण, औद्योगिकीकरण और जनसंख्या वृद्धि के कारण पर्यावरण पर भारी दबाव पड़ रहा है। जंगलों की कटाई और प्रदूषण के कारण पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन और विभिन्न प्राकृतिक आपदाएं हो रही हैं। ऐसे में पौधा रोपण और हरियाली बढ़ाने के प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाते हैं।

कार्यक्रम के दौरान 500 से अधिक विभिन्न प्रकार के पौधे वितरित किए गए, जिसमें फलदार, फूलदार और छायादार पौधे शामिल थे। आयोजकों ने सुनिश्चित किया कि हर व्यक्ति को एक पौधा मिले और उसे सही तरीके से रोपने और देखभाल करने की जानकारी दी जाए। पर्यावरण विशेषज्ञों द्वारा पौधा रोपण और उनकी देखभाल के संबंध में आवश्यक जानकारी भी प्रदान की गई।

पौधा वितरण कार्यक्रम में भाग लेने वाली सभी संस्थाओं ने अपने सदस्यों और समाज के लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और पौधा वितरण में सक्रिय रूप से भाग लिया। यह कार्यक्रम न केवल एक पर्यावरण संरक्षण का अभियान था, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी था। इस कार्यक्रम ने न केवल पौधे वितरित किए, बल्कि लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया और उन्हें अपने आसपास के वातावरण को हरा-भरा रखने के लिए प्रेरित किया।यह कार्यक्रम एक उदाहरण है कि कैसे सामूहिक प्रयासों से हम अपने पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर और स्वस्थ भविष्य की नींव रख सकते हैं।

पौधारोपण कार्यक्रम में शिव शंकर गाड़िया, अशोक खंडेलवाल, गोपाल जैसवाल, पप्पू सिंह, राजेश श्रीवास्तव, मुकेश सिंह, अभिनंदन सिंह, भोला प्रसाद, पवन अग्रवाल पप्पी, ऋषि गुप्ता, जयप्रकाश शर्मा, कामेश्वर चौरसिया, सतीश गुप्ता, सुनीता भगत, देव जी, अजीत गुप्ता, दिनेश प्रसाद, राजा प्रसाद, प्रेमिला तन्ना ,बिंदु जोशी, नेहा परीख, चारु पाटडिया, कीर्ति ओझा, जागृति टॉक, रीता धोलकिया, महरूख़ मेहता, नमिता भट्टाचार्य, शुभम बाजपाई, मदन केसरी, स्तोता दासगुप्ता, टी. एस. बिस्वास, पूर्वी घोष, केटी मालेगमवाला, अरुण कुमार बिस्वास, सोमनाथ पॉल एवं पांचों संस्थाओं के अनेक सदस्य उपस्थित थे।

 

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