खरसावां / Umakant Kar : ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन और सेना का मनोबल ऊंचा करने के उद्देश्य से सरायकेला खरसावां जिला भारतीय युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रमेन्द्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में कांग्रेसियों के द्वारा खरसावां में तिरंगा यात्रा निकाला गया. तिरंगा यात्रा के दौरान खरसावां देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया. कांग्रेसियों ने तिरंगा यात्रा की शुरूआत खरसावां शहीद पार्क से शुरू होकर खरसावां साप्ताहिक हाट होते हुए खरसावां चांदनी चौक तक पहुंची. इसमें कांग्रेस के युवाओं, युवतियों सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया हर हाथ में तिरंगा और हर चेहरे पर गर्व की चमक दिख रही थी. पूरे मार्ग में भारत माता की जय, जय हिंद और वंदे मातरम जैसे नारों की गूंज सुनाई दी. युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रेमेंद्र मिश्रा ने कहा कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों के खिलाफ पूरा देश एक हो कर खड़ी है. इस यात्रा के जरिये सेनाका मनोबल ऊंचा किया जा रहा है. ये यात्रा आतंकवाद के खिलाफ है. तिरंगा देश की शान है. ये यात्रा हमने इसलिए निकाली है ताकि हमारी सेना का मनोबल बढ़े. यह समय देश के साथ एकजुट होकर खड़े होने का है. देश का पराक्रम शत्रुओं का नाश करेगा. मिश्रा ने कहा कि हमारे देश के अंदरूनी हिस्सों तक घुसपैठ करना, मासूमों की जान लेना, ये सब सिर्फ इसलिए मुमकिन हो पाता है, क्योंकि सीमा पार बैठे आतंकी संगठनों को पाकिस्तान सरकार की खुली शह मिलती है. आतंक के खिलाफ हम सब आज एकजुट हैं, परन्तु अब सहने की नहीं, सख्त जवाब देने की बारी है. उन्होंने कहा कि अब आतंक के हर ठिकाने को जड़ से खत्म करने की जरूरत है.
आतंकबाद के खिलाफ पूरा देश एक जुट है : शशि सिंह
झारखंड युवा कांग्रेस के प्रभारी शशि सिंह ने कहा कि भारतीय युवा कांग्रेस का यह तिरंगा मार्च पहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए इंसाफ की गूंज है। अब वक्त कूटनीति का नहीं, सीधा और सख़्त जवाब देने का है. पूरा देश सेना और सरकार के साथ खड़ा है. उन्होने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य युवाओं के भीतर देश के प्रति प्रेम, सम्मान और एकता की भावना को सशक्त करना था. यह तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं,बल्कि हमारे कर्तव्यों और देशप्रेम की जीवंत मिसाल है. यह भारत की अखंडता,वीरता और आतंकवाद के खिलाफ उसके सशक्त रुख का संदेश देता है. इस दौरान मुख्य रूप से झारखंड युवा कांग्रेस के प्रभारी शशि सिंह,युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रमेन्द्र कुमार मिश्रा, संजीव रंजन, कुलदीप कुमार, दीनबंधु बोयपाई, सुरेश सवैया, अनुप्रिया सोय, बलभ्रद महतो,राजाराम पाडेया, रूईदास चाकी, कन्हैयालाल सामड, पंचानंद प्रधान, राहुल, शंकर दिग्गी, कृष्णा बोयपाई, दिलीप सिंह लेयागी, साधु हाईबुरू, सुकलाल होनहागा, कांडे होनहागा, विनोद पाडेया, मनोज सिंह मुंडा, विशाल होनहागा, बलराम पाडेया,दीपक तांती, गुलशन पाडेया, संतोष पाडेया, राजु तांती, बुधन हेम्ब्रम, अर्जुन बाकिरा, टीकु मोदी, गुरूपद बेहरा, पंचु प्रधान, रविन्द्र बोयपाई, बरजु लोहार, करण बाकिरा, दीपक होनहागा, शौकत अली, अनारूल हक, ईश्वर बानरा, प्रकाश महतो, शिवा सामड आदि उपस्थित थे।