सोशल संवाद/जमशेदपुर: ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज फ़ॉर वीमेन में क्रिसमस गेदरिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कोल्हान विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सिंडिकेट सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस कार्यक्रम में भारी संख्या में शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी और छात्राएं उपस्थित थी।
मौके पर कोल्हान विश्वविद्यालय के संस्थापक वरिष्ठ सिंडिकेट सदस्य राजेश कुमार शुक्ल ने कहा कि केवल हमारे समाज पर ही नही पूरी सृष्टि पर हमारा जीवन अवलंबित है। तूफान, आधी, वर्षा के लिए भी हम एक दूसरे पर निर्भर है। समाज मे विभिन्न धर्मों और वर्गों में भगवान के रूप में महामानव हुए, सबके आदर्श एक थे मानवता की रक्षा और उच्च आदर्श स्थापित करना।
वरिष्ठ अधिवक्ता और झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन श्री शुक्ल ने कहा कि सुख चार प्रकार के होते है भौतिक, मानसिक, आध्यात्मिक और बौद्धिक। जो इन चारों सुखों से मिला दे, वही धर्म का रास्ता है। समाज मे अपनापन, प्रेम, सहयोग और परस्पर सहयोग की भावना को मजबूत और भी करना है। ईशा मसीह ने भी त्याग और बलिदान का रास्ता बताया।
श्री शुक्ल ने छात्रों, शिक्षको और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को बड़ा दिन और नव बर्ष की बधाई देते हुए कहा कि छात्राएं हमारा भविष्य है समाज की संरचना में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। ये जीतना शिक्षित होंगी समाज भी शिक्षित और विकसित होंगा। धर्म संस्कृति का आधार है बृक्ष अपने फल स्वयं नही खाता। वह अपने सम्पूर्ण जीवन रस को फल में रख देता है। नदियां भी सबको पानी देती है। उसी तरह सभी वर्ग और संप्रदाय के महामानवों ने हमे त्याग, बलिदान, प्रेम और सहयोग के मार्ग पर चलना सिखाया। दुसरो के कष्ट को अपना समझकर मदद करने प्रेरणा दी।
इस अवसर पर ग्रेजुएट कॉलेज की प्राचार्या डॉ मुकुल खंडेलवाल ने स्वागत भाषण करते हुए कहा कि छात्राओं को ऐसे पर्व और महापुरुषों के आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर ग्रेजुएट कॉलेज की तरफ से कोल्हान विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सिंडिकेट सदस्य और वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल को महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ मुकुल खंडेलवाल ने शाल ओढ़ाकर, पुष्प गुच्छ देकर और मोमेन्टो देकर सम्मानित किया और कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रगति में श्री शुक्ल के योगदान की सराहना की।
इस अवसर पर ग्रेजुएट कॉलेज के बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विशेस्वर यादव ने कहा कि श्री शुक्ल के प्रयास से ही बीएड के शिक्षको को बेहतर सुविधाएं मिल रही है और आशा है कि श्री शुक्ल के प्रयास से जल्द ही अन्य विश्वविद्यालय की तरह यहां भी बीएड शिक्षको के वेतन और सुविधा होंगे। इस अवसर पर समन्यवक डॉ मुकुल भेगराज ने ईशा मशीह के त्याग और जीवन पर विस्तार पुर्वक प्रकाश डाला।