सोशल संवाद/जमशेदपुर: वह न तो मां के आंचल में खेल पाया और न ही मां की ममता को समझ पाया। इससे पहले ही मां ने अपने ही हाथों से अपने अंश को मौत की आगोश में सुला दिया। उसने अभी दुनिया में आकर आंखें खोली ही थीं कि उसके नसीब में मौत लिख दिए गए।
शरीर पर कोई कपड़ा भी नहीं था। सुनसान स्थान पर नवजात को फेंक कर उसकी मां चली गई। पलभर के लिए मां को ममता भी याद नहीं आई कि उसने जिस बच्चे को नौ माह तक पेट में रखा, उसे ऐसे कैसे छोड़ दूं?
दरअसल सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बाराद्वारी टेलीफोन एक्सचेंज से कुछ दूरी पर स्थित सोनी सर्विस सैंटर के पीछे एक नवजात बच्ची का शव बरामद हुआ है। घटना सोमवार रात्रि लगभग 10.00 बजे की है। सूचना पाकर मौके पर डीएसपी हेडक्वार्टर वन वीरेंद्र कुमार राम मौके पर पहुंच गए। कुछ देर में उनके फोन करने पर सीतारामडेरा पुलिस और पीसीआर की गश्ती गाड़ी भी आ गयी। बच्ची को उठाकर एमजीएम अस्पताल ले जाया गया।
घटनास्थल पर डीएसपी को एक निर्माणाधीन मकान के सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि वे रात्रि पहरा ड्यूटी पर थे। अचानक कुत्तों की भौंकने की आवाज़ से वो बाहर आए तो देखा कुत्ते शव को नोच रहे थे। बच्ची के सिर का भाग नोंचा हुआ था। ऐसा लग रहा था जैसे कुछ ही देर पहले बच्ची का जन्म हुआ हो।
काश कि कोई इस बच्ची को ऐसी जगह रखता जहाँ उसे कोई पालनहार मिल जाता। आज जहाँ लोग औलाद के लिए तरस रहे हैं, वहाँ कुछ लोग रोजाना मानवता की हत्या कर रहे हैं। देश में लगभग रोजाना कहीं न कहीं से ऐसी खबरें आती हैं जो मानव जाति के लिए कलंक है।