जनसंवाद डेस्क/खरसावां (रिपोर्ट- उमाकांत कर): प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बकास्त मुंडारी खुंटकट्टी रक्षा एवं विकास समिति (39 मौजा) के तत्वावधान में कुचाई के दलभंगा में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी.
मौके पर पाहन सहदेव सिंह मुंडा ने मुंडारी परंपरा के अनुसार भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा व शिलापट्ट पर पूजा-अर्चना की. इसके पश्चात भगवान बिरसा मुंडा अमर रहे का नारा लगाते हुए दलभंगा उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्कूल से प्रतिमा स्थल पर शोभा यात्रा निकाली गयी. कुचाई का दलभंगा क्षेत्र भगवान बिरसा की कर्मभूमि रही है. इसके पश्चात समिति के सदस्य व स्थानीय मानकी-मुंडाओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
मौके पर वक्ताओं ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन देश के लोगों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी.मौके सभी ने भगवान बिरसा के सपनों का झारखंड बनाने का संकल्प लिया. कुचाई के दलभंगा में आयोजित बिरसा जयंती के मौके पर दो दिवसीय पुरुष एवं महिला फुटबॉल प्रतियोगिता के साथ जनजातिय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. गुडगुदरी, देशवापहाड़, चोपदडीह, लतारटोला, दलभंगा, किताकुटी, सियाडीह, शऐलाघाटी समेत विभिन्न गांवों में आये नृत्य दलों ने अपने नृत्य कला के जरीये आदिवासियों की समृद्ध कला, संस्कृति व जीवन शैली को रेखांकित किया.
समिति के निर्देशक मानसिंह मुंडा, लखीराम मुंडा, मोहन लाल मुंडा, पंसस सोनामनी मुंडा, चांदमुनी मुंडा, मुखिया मंगल सिंह मुंडा, करम सिंह मुंडा, रेखा मनी उरांव, धर्मेंद्र मुंडा, गोबरा मुंडा, सुखलाल मुंडा, जोगेंद्र पाहन, शचिंद्र प्रमाणिक, सुखनाथ मुंडा, गोबरा अमर नाग, हाथीराम मानकी, चतुर्भूज सिंह मुंडा, एमलेन नाग, दशरथ उरांव, भरत सिंह मुंडा, मुन्ना सोय आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की.