जनसंवाद, खरसावां (उमाकांत कर): खरसावां विधायक दशरथ गागराई की धर्म पत्नी एवं समाजसेवी बासंती गागराई ने सोमवार को कुचाई और खरसावां प्रखंड क्षेत्रों में 68 लाख रुपये की लागत से बनने वाली पांच महत्वपूर्ण विकास योजनाओं का विधिवत शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने नारियल फोड़कर और फीता काटकर निर्माण कार्यों की शुरुआत की।
समाजसेवी बासंती गागराई द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया, उनमें कुचाई प्रखंड के रुगुडीह गांव के टोला मधुडीह में 25 लाख रुपये की लागत से दो कमरे वाले विद्यालय भवन का निर्माण, गोमियाडीह पंचायत के काडेरांगो और रोलाहातु पंचायत के सिकरंबा में 11–11 लाख रुपये की लागत से आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण, छोटासेगोई पंचायत के चंपद गांव में 600 फीट पीसीसी सड़क निर्माण, तथा खरसावां प्रखंड के बिटापुर पंचायत अंतर्गत मोसोडीह गांव में 11 लाख रुपये की लागत से आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण शामिल है।

इस मौके पर समाजसेवी बासंती गागराई ने कहा कि अच्छी और सुरक्षित इमारतें बच्चों के सीखने के माहौल को बेहतर बनाती हैं, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ती है और स्कूल छोड़ने की दर में कमी आती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालय, आंगनबाड़ी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यही शिक्षा, स्वास्थ्य और संपर्क व्यवस्था की मजबूत नींव रखते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि विद्यालय और आंगनबाड़ी बच्चों के शारीरिक, मानसिक और शैक्षणिक विकास की आधारशिला हैं, जबकि सड़कें गांवों को बाजार, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार के अवसरों से जोड़ती हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क के समुचित विकास से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक अवसर बढ़ते हैं, जिससे समग्र ग्रामीण विकास संभव हो पाता है।
गौरतलब है कि रुगुडीह पंचायत के मधुडीह गांव में नव प्राथमिक विद्यालय की स्थिति अत्यंत जर्जर थी। मजबूरी में टीन और चादर की अस्थायी झोपड़ी बनाकर बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही थी, जिससे विद्यार्थियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। विधायक दशरथ गागराई के प्रयास और पहल से अब मधुडीह गांव में अतिरिक्त दो कमरे वाले विद्यालय भवन के निर्माण का शिलान्यास हुआ है, जिससे बच्चों को सुरक्षित वातावरण में बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।
शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान विधायक प्रतिनिधि अर्जुन उर्फ नायडू गोप, धमेंद्र कुमार मुंडा, सचिव मुन्ना सोय, मुखिया करम सिंह मुंडा, मुखिया राम सोय, शिक्षक करम सिंह मुंडा, संवेदक मो. गुलाम, मनोज कच्छप, अकवर जिया, दशरथ महतो, मधु मुंडा, श्यामघन प्रधान, लक्ष्मण उरांव, कारू मुंडा, नरेश मुंडा, विकास गोप सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।















