जनसंवाद, खरसावां (उमाकांत कर): खरसावां विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत खुंटपानी प्रखंड के जोड़ा तालाब में मुंडा मानकी संघ के तत्वावधान में वनभोज सह मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में खरसावां विधायक दशरथ गागराई की धर्मपत्नी एवं समाजसेवी बासंती गागराई शामिल हुईं।
वनभोज सह मिलन समारोह में मुंडा मानकी संघ के पदाधिकारीयों के साथ-साथ आसपास क्षेत्र के कई बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता एवं ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी बासंती गागराई का आदिवासी रीति-रिवाज के अनुसार पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया।
मौके पर समाजसेवी बासंती गागराई ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के वनभोज और मिलन समारोह केवल मनोरंजन का साधन नहीं हैं, बल्कि मानकी-मुंडा व्यवस्था को सशक्त बनाने, आपसी भाईचारा बढ़ाने और सामुदायिक एकता को मजबूत करने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन पारंपरिक रीति-रिवाजों, भाषा और संस्कृति को जीवित रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वनभोज सह मिलन समारोह सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मुद्दों पर विचार-विमर्श और समाधान खोजने का एक सशक्त मंच भी है, जो आदिवासी समाज को अपनी पहचान और स्वशासन बनाए रखने में मदद करता है। समाजसेवी बासंती गागराई ने झारखंड सरकार द्वारा पांचवीं अनुसूची क्षेत्रों में पेसा कानून लागू करने की स्वीकृति को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि इससे जल, जंगल और जमीन की रक्षा सुनिश्चित होगी और आदिवासी समाज को उनके अधिकार मिलेंगे।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि दुर्गा चरण पाडिया, तुरी पुरती, हरियल दोंगो, योसेप तियु, झंडा हाईबुरू, बबलु गोडसरा, सिताराम बानरा, कमल किशोर हेंब्रम, गोनो बानरा, केदार हेंब्रम, मरकंडे हाईबुरू, दर्शन हाईबुरू, तुराम लेयांगी, सोनाराम बानरा, विजय मेलगांडी, सालुका कुदादा, विजय सिंह मेलगांडी, नेहरू तियु सहित बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।














