जनसंवाद, सरायकेला(अमन कुमार ओझा): ज्ञात हो कि इस गरीब असहाय महिला को सत्यम संजीवन ट्रस्ट की अध्यक्ष कंचन सिंह ने आज 2 सालों से अपने पास अपनी सुरक्षा में रखी थी उनकी देखरेख उनका खाना पीना उनका सारा खर्चा ट्रस्ट की अध्यक्ष कंचन सिंह ने उठाया था। परंतु किसी कारणवश उन्हें आज वृद्ध आश्रम में आश्रय दिलाया गया क्योंकि सरायकेला वृद्ध आश्रम से अच्छा नानी के लिए और कोई जगह नहीं हो सकती थी, बल्कि उन असहाय लोगों के लिए भी यहां सरायकेला बृद् आश्रम बहुत ही अच्छा है जिनका इस दुनिया में कोई नहीं है वह बेसहाई है। वहां साफ सफाई स्वच्छता खान-पान रहन-सहन यहां तक की हफ्ते में दो बार मेडिकल कैंप भी लगाया जाता है। वहां के बड़े बुजुर्गों को और आसहाय लोगों को पूरी ध्यान में रखते हुए उनकी पूरी देख रेख की जाती है।
इसलिए हम सभी को सरायकेला वृद्ध आश्रम जाकर बहुत ही अच्छा लगा हम सभी ने उनके बीच में उन्हें फल, बिस्किट्स खाने के चीज देकर थोड़ी सी खुशी देने की कोशिश की हमारी समाज में जितने भी लोग हैं जो समाज सेवा करते हैं उन सभी से मैं यह विनती करुंगी कि जमशेदपुर में हमारे आसपास यहां तीन वृद्ध आश्रम है, सभी लोग ज्यादातर साक्ची आश्रम में जाते हैं क्योंकि सरायकेला खरसावां काफी दूर पड़ता है और बहुत सारे लोगों को इसकी जानकारी भी कम है, तो हमारे प्रेस बंधु के द्वारा मैं अपना यह संदेश देना चाहती हूं कि दोस्तों आप सभी कोशिश कीजिए कि कभी भी अगर किसी वृद्ध आश्रम जाते हैं तो उसमें सबसे पहले सरायकेला खरसावां वाले वृद्ध आश्रम में जाए क्योंकि वह लोग एक कोने में है जहां उनकी आखे देखते रहती है कि कोई उन्हें भी आकर अपने गले लगाए उनके साथ बैठे उनके दुख को सुने उन्हें थोड़ी सी खुशी दे सके।