आदित्यपुर / Balram Panda: आदित्यपुर नगर निगम की ओर से वार्ड 18 के आर टाइप इलाके में आज सक्शन सह जेटिंग मशीन के माध्यम से सफाई अभियान चलाया गया. हालांकि, सफाई कार्य के दौरान स्थानीय लोगों ने निगम प्रशासन के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि वर्षों से क्षेत्र की नालियों की हालत बद से बदतर होती जा रही है.
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स्थानीय निवासियों ने बताया कि आदित्यपुर कांड्रा रोड से पुल तक का अंतिम छोर आर टाइप क्षेत्र है, जो पूरी तरह ढलाव वाले इलाके में आता है. उनका कहना है कि आसपास के तमाम इलाकों का गंदा पानी इसी क्षेत्र की दो मुख्य नालियों से होकर गुजरता है. ऐसे में हजारों घरों का पानी जब एक ही नाली से बहता है, तो उसका लोड संभालना मुश्किल हो जाता है.
निवासियों ने बताया कि यह नाली लगभग 60 वर्ष पुरानी है और अब जर्जर हो चुकी है. कई जगहों पर नाली की दीवारें टूट चुकी हैं, जिसके कारण बरसात के समय नालियों का पानी घरों में घुस जाता है. लोगों ने नगर निगम से मांग की है कि इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए नाले का पुनर्निर्माण किया जाए ताकि उन्हें जलजमाव और गंदगी की समस्या से राहत मिल सके.
बाईट-
मनीष कुमार (वार्ड 18 निवाशी)
वहीं, वार्ड 18 के पूर्व पार्षद रंजन सिंह ने बताया कि पिछले डेढ़ साल से वे अपने पिता की तबीयत खराब रहने के कारण सार्वजनिक कार्यों में सक्रिय नहीं रह पाए. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की लगातार मांग और उनके आमरण अनशन के बाद ही नगर निगम प्रशासन की ओर से आज जेटिंग मशीन भेजी गई.
श्री सिंह ने कहा कि सफाई के दौरान जब नाले का ढक्कन हटाकर देखा गया तो पाया गया कि अंदर की दीवारें पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं, जिससे घरों में गंदा पानी घुसने की समस्या बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि यह नाला लगभग छः दशक पुराना है, जो अब वर्तमान जनसंख्या और पानी के बहाव के अनुसार उपयुक्त नहीं है.
पूर्व पार्षद ने उपनगर आयुक्त पारुल सिंह से आग्रह किया कि पूरे क्षेत्र के नालों का सर्वे व नापी कर नए सिरे से नाला निर्माण कराया जाए, ताकि आर टाइप और आसपास के इलाकों में गंदे पानी की समस्या का स्थायी समाधान हो सके.
बता दे स्थानीय निवासियों और जनप्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई है कि नगर निगम शीघ्र पहल कर इस पुराने नाले का पुनर्निर्माण करेगा, ताकि आने वाले दिनों में जनता को राहत मिल सके.
बाईट-
रंजन सिंह (पूर्व पार्षद वार्ड18 – आदित्यपुर नगर निगम)















