आदित्यपुर / Balram Panda: आदित्यपुर मिनी स्माल इंडस्ट्रीज क्षेत्र में कई कंपनियों द्वारा मजदूरों का शोषण किए जाने का गंभीर मामला सामने आया है, मजदूरों को झारखंड सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी तक नहीं दी जा रही है, इस मुद्दे को लेकर INTUC नगर कमिटी के आदित्यपुर नगर अध्यक्ष रमेश बालमुचू के नेतृत्व में लगातार आवाज़ उठाई जा रही है.
बालमुचू ने जानकारी दी कि जब भी मजदूर हित में कोई यूनियन या समाजसेवी संगठन आवाज़ उठाता है, तो औद्योगिक मालिक प्रशासन पर दबाव बनाकर उस आवाज़ को दबाने का प्रयास करते हैं. कई बार झूठे आरोप लगाकर यूनियन नेताओं को फंसाने की भी कोशिश की जाती है.
वहीं, इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए, INTUC ने श्रम मंत्री से मांग की है कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में न्यूनतम मजदूरी दरों की जांच कानूनी प्रक्रिया के तहत कराई जाए। इसके तहत 2019 से 2024 तक की मजदूरी भुगतान की जानकारी भी कंपनियों से मांगी गई है.
रमेश बालमुचू ने बताया कि उनकी अगुवाई में अब तक कई कंपनियों के खिलाफ श्रमिकों के हित में कानूनी लड़ाई लड़ी जा चुकी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए यह संघर्ष जारी रहेगा. बालमुचू ने सरकार से मांग की है कि वह श्रम कानूनों को सख्ती से लागू कर मजदूरों को उनका उचित हक दिलाए और औद्योगिक क्षेत्र में चल रही अनियमितताओं की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करे.