सोशल संवाद/जमशेदपुर: हेमंत सोरेन सरकार ने 1932 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू करने का ऐलान किया है। उधर हेमंत सोरेन के इस अभियान और ऐलान के बाद झारखंड सम्मान अधिकार मोर्चा ने मोर्चा खोल दिया है।
आम बागान मैदान में आयोजित एक दिवसीय धरना देकर हेमंत सोरेन सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि स्थानीय नीति लागू करना ही है तो 15 नवंबर 2020 को जब बिहार से झारखंड अलग हुआ है तब से करें। नहीं तो पूरे राज्य में आंदोलन करेंगे।
हालांकि 1932 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति को राज्यपाल ने वापस लौटा दिया है। लेकिन एक बार फिर विधानसभा में 1932 के आधार पर स्थानीय नीति लागू हो इसकी योजना सरकार बना रही है। साथ ही झारखंड सम्मान अधिकार मोर्चा ने कांग्रेस पार्टी से मांग की है कि सरकार से अपना इस्तीफा ले ले, क्योंकि यह सरकार लोगों को ठगने का काम कर रही हैं।


















