खरसावां / Balram Panda : गोलीकांड के शहीदों के बेदी पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने खरसावां शहीद दिवस के मौके पर श्रद्धांजलि दी, 1 जनवरी 1948 खरसावां गोलीकांड में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शहीद स्थल पर यात्रा करते पहुंचे. इस मौके पर रांची सांसद संजय सेठ पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, मंगल सिंह सोय, मीरा मुंडा, गणेश महाली, जेबी तुबित, विजय महतो, उदय सिंहदेव सहित अन्य मौजूद रहे.
आजाद भारत का सबसे बड़ा गोलीकांड था खरसावां गोलीकांड
1947 में आजादी के बाद पूरा देश राज्यों के पुनर्गठन के दौर से गुजर रहा था. तभी अनौपचारिक तौर पर 14-15 दिसंबर को ही खरसावां व सरायकेला रियासतों का विलय ओडिशा राज्य में कर दिया गया था. औपचारिक तौर पर एक जनवरी को कार्यभार हस्तांतरण करने की तिथि मुकर्रर हुई थी. इस दौरान एक जनवरी, 1948 को आदिवासी नेता जयपाल सिंह मुंडा ने खरसावां व सरायकेला को ओडिशा में विलय करने के विरोध में खरसावां हाट मैदान में एक विशाल जनसभा का आह्वान किया था. विभिन्न क्षेत्रों से जनसभा में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. एक जनवरी 1948 का दिन गुरुवार और साप्ताहिक बाजार-हाट का दिन था, इस कारण भीड़ काफी अधिक थी. लेकिन, किसी कारणवश जनसभा में जयपाल सिंह मुंडा नहीं पहुंच सके. रैली के मद्देनजर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल भी तैनात थी. इसी दौरान पुलिस व जनसभा में पहुंचे लोगों में किसी बात को लेकर संघर्ष हो गया. तभी अचानक फायरिंग शुरू हो गई और पुलिस की गोलियों से सैकड़ों की संख्या में लोग शहीद हो गए.