सोशल संवाद/खरसावां (रिपोर्ट- उमाकांत कर): खरसावां मे आगामी 1 जनवरी 2023 को आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सफल बनानें के लिए शुक्रवार को खरसावां विधायक दशरथ गागराई, जिला उपायुक्त अरवा राजकमल, जिला पुलिस अधीक्षक आन्नद प्रकाश, डीडीसी प्रवीन कुमार गागराई, एडीसी सुबोध कुमार, एसडीपीओ हरविंदर सिंह आदि के उपस्थिति में शहीद दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु खरसावां शहीद स्मारक समिति की एक बैठक की गई।
इस बैठक में शहीद दिवस कार्यक्रम की रूपरेखा तय किया गया। खरसावां शहीद दिवस कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भारत सरकार के जनजातीय केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, मंत्री चम्पाई सोरेन, मंत्री जोबा मांझी सहित कई मंत्री व विधायक के आने की संभावना को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
खरसावां शहीद वेदी पर सुबह 7.30 बजे से पूजा-अर्चना होगी। शहीद पार्क के अंदर जुता-चप्पल पहनकर प्रवेश पूर्णत वार्जित रहेगा। इसके अलावे पार्क के अंदर झंडा-बैनर लेकर जाना भी प्रतिबंध रहेगा। इस बार सार्वजनिक सभा नही होगा। पार्क के मुख्य द्वार पर जुता-चप्पल रखरखाव हेतु स्टैंड की व्यवस्था की जाएगी। खरसावां के शहीद केरसे मुंड़ा चौक से शहीद पार्क के गेट तक राजनीतिक झंड़ा या बैनर नही लगानें की अपील की गई। पार्क के बाहर एक नियंत्रण कक्ष बनाने, श्रद्धांजलि देने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक निकासी द्वार बनाया जा रहा है।
सुरक्षा-व्यवस्था में तैनात जवानों को पार्क परिसर में जुता पहनकर अंदर आने की छुट रहेगा। जुता-चप्पल के बिना मजिस्टेट अंदर तैनात रहेगे। इसके अलावे समिति के द्वारा 300 भोलेंटयर तैनात किया जाएगा। शहीद वेदी के अंदर दान पेटी लगाने, पेयजल हेतु 4 टैकर पानी की व्यवास्था किया जाएगा। चलंत शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। साफ-सफाई करने आदि दिशा निर्देश दिया गया।
इस दौरान मुख्य रूप से खरसावां विधायक दशरथ गागराई, जिला उपायुक्त अरवा राजकमल, जिला पुलिस अधीक्षक आन्नद प्रकाश, डीडीसी प्रवीन कुमार गागराई, एडीसी सुबोध कुमार,एसडीपीओ हरविंदर सिंह, पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, सांसद प्रतिनिधि विजय महतो, डीआरडीए निदेशक संदीप दोराईबूरू, खरसावां बीडीओ गौतम कुमार, सरायकेला बीडीओ मृत्युंजय कुमार, जिप कालीचरण बानरा, जिप सावित्री बानरा, मुखिया सुनिता तापे, दामोदर हांसदा, गुरूचरण बांकिरा, सावित्री कुदादा, बाबुराम सोय, मनोज सोय, खालिद खान सहित पथ निर्माण, लघु सिचाई प्रमंडल, भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियता, सहायक अभियता सहित हो समाज के लोग मौजूद थे।