खरसावां / Umakant Kar : कुचाई प्रखण्ड क्षेत्र के बंदोलहार पंचायत अंतर्गत पारलवादी व पोंडाकाटा पंचायत अंतर्गत कुंजाडीह गांव में प्रतीक वर्ष की भांति इस वर्ष हुई वार्षिक बुना पूजा का आयोजन किया गया. इस दौरान खेतों में धान की बोआई से पूर्व होने वाले बुना पूजा में ग्राम देवता,धर्म देवता व पाउड़ी माता की पूजा की गई. बताया गया कि यह पूजा प्राचीन काल से चली आ रही है.इस क्षेत्र के ग्रामीण हर वर्ष इस अनुष्ठान को निभाते हैं. पूजा के दौरान सभी रश्में निभाई जाती हैं. गांव के दिउरी कृष्ण हेंब्रम व बोलो नायक ने पूजा स्थल पर विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की. बुना पूजा में अच्छी बारिश के साथ खेती व गांव की सुख-समृद्धि की कामना की गई. साथ ही गो-धन संवर्धन के लिए मन्नत मांगी गई. आपको बता दें कि बुना पूजा के बाद ही ग्रामीण व किसान धान बोआई शुरू करते हैं.
इस दौरान अंगद महतो, रविप्रकाश महतो, सुभाष महतो, रंजीत महतो, शशिकांत महतो, गोवर्धन महतो, हेमराज महतो, अविनाश महतो, शंकर महतो, आनंद महतो तरनी कुराल, सरद नापित, रंजीत कुराल, बीरबल सिंह पात्र, नवीन नापित, नीरंजन लेंका, देवीलाल नापित, उमाकांत कर, मोहन कर आदि उपस्थित थे. क्षेत्र में मान्यता है कि इस पूजा से ग्राम देवता, धर्म देवता व पाउड़ी माता प्रस्न्न होते हैं और अच्छी खेती-बाड़ी होती है. बुना पूजा के बाद ही गांव के लोग खेतों में धान की बुआई करते हैं.