सरायकेला / Balram Panda : खरसावां जिले के खरसावां थाना क्षेत्र में घटित बहुचर्चित बाईधर प्रधान हत्याकांड में पुलिस ने त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. घायल कनकलता प्रधान के फर्दबयान के आधार पर खरसावां थाना कांड संख्या 69/2025, दिनांक 01.10.2025 को भारतीय न्याय संहिता की धारा 126(2)/118(2)/109(1)/103(1)/238/3(5) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया था.
पीड़िता ने अपने पति बाईधर प्रधान की हत्या का आरोप ग्राम कोलाईडीह, थाना कुचाई निवासी जीवनधन प्रधान (उम्र 45 वर्ष, पिता- स्व. जनमजय प्रधान), राजकुमार प्रधान (उम्र 20 वर्ष) एवं पंकज प्रधान (उम्र 25 वर्ष), दोनों पिता- जीवनधन प्रधान पर लगाया है। सभी आरोपी एक ही परिवार के सदस्य हैं और घटना के बाद से फरार चल रहे थे.
पुलिस द्वारा चलाए गए व्यापक छापामारी अभियान के क्रम में घटना में प्रयुक्त एक खून से सनी तलवार, एक बंकिया, खून लगे कपड़े, दो मोबाइल फोन एवं एक स्कूटी बाइक जब्त की गई है. इन सामग्रियों को जब्ती सूची में शामिल करते हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
बता दे गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त जीवनधन प्रधान का आपराधिक इतिहास रहा है. वर्ष 2006 में कुचाई थाना कांड संख्या 07/2006 में भारतीय दंड संहिता की धाराओं 147/148/149/341/323/324/307/302 के तहत मामला दर्ज था, जिसमें आरोप पत्र संख्या 17/2006 दिनांक 30.05.2006 को दाखिल किया गया था. इसके अतिरिक्त वर्ष 2013 में कुचाई थाना कांड संख्या 22/2013, दिनांक 06.07.2013 में धारा 341/324/323 के तहत मामला दर्ज कर आरोप पत्र दाखिल किया गया था.
जहां इस हत्याकांड के उद्भेदन में पुलिस की कार्यशैली अत्यंत सराहनीय रही. छापेमारी अभियान का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समीर कुमार सवैया ने किया. इस अभियान में सरायकेला सर्किल इंस्पेक्टर नितिन कुमार सिंह, खरसावां थाना प्रभारी पु.अ.नि. गौरव कुमार, आमदा ओपी प्रभारी पु.अ.नि. रमन कुमार विश्वकर्मा, कुचाई थाना प्रभारी, और सशस्त्र बल की टीम सक्रिय रूप से शामिल रही. टीमवर्क और समन्वय के साथ की गई इस कार्रवाई से एक जघन्य हत्या की गुत्थी सुलझाई जा सकी है. पुलिस प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से न केवल आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो सकी, बल्कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था के प्रति आमजन का विश्वास भी सुदृढ़ हुआ है. मामले की आगे की जांच जारी है.