सोशल संवाद/जमशेदपुर: छोटा गोविंदपुर के तीन तल्ला स्थित स्वामी सहजानंद सरस्वती संस्थान के अध्यक्ष जलेश्वर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में स्वामी सहजानंद सरस्वती की 134 वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया।
इस जन्म जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य डॉ परितोष सिंह एवं पश्चिमी गोविंदपुर की मुखिया सोनका सरदार, संस्थान के संरक्षक चेयरमैन आशीष राय को शॉल एवं श्रीफल देकर संस्थान के सदस्यों को सम्मानित किया गया। वहीं मंच संचालन किशोर कुमार के द्वारा किया गया।
अपने संबोधन में सहजानंद सरस्वती संस्था के अध्यक्ष जलेश्वर सिंह ने कहा कि स्वामी जी किसान आंदोलन के जनक थे। वह चारों तरफ घूम-घूम कर अंग्रेजो के खिलाफ किसानों और मजदूरों को खड़े किए थे। आज समाज को जरूरत है फिर से किसानों और मजदूरों के हित के लिए काम करके उन्हें आगे बढ़ाएं।
कार्यक्रम के दौरान मौजूद वक्ताओं ने स्वामी सहजानंद सरस्वती के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती जी दंडी स्वामी सन्यासी होने के बावजूद रोटी को ही भगवान कहा और किसानों को भगवान से बढ़कर बताया। उन्होंने नारा दिया था जो अब जो अन्न वस्त्र उपजायेगा अब वह कानून बनाएगा। यह भारतवर्ष उसी का है अब शासन वही चलाएगा। उन्होंने अपने स्वजातीय जमींदारों के खिलाफ भी आंदोलन का शंखनाद किया था। अपने समय के सबसे बड़े श्रेष्ठ नेतृत्वकर्ता थे। वह जाति, धर्म, संप्रदाय और लैंगिक भेदभाव से ऊपर थे। आज पूरे भारतवर्ष को जरूरत है उनके दिखाए रास्ते पर चलकर एक नए भारत का निर्माण करें।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था के संरक्षक आशीष कुमार राय एवं सुधीर सिंह, अध्यक्ष जलेश्वर प्रसाद सिंह, सचिव ओम शंकर, किशोर कुमार, विवेक सिंह, सुभाष राय, जोगेंद्र मउआर, शुभम पांडे, देव भूषण, रामकृपाल तिवारी, अवधेश सिंह, अर्जुन कुमार, बैजू सिंह, मोहन चौधरी समेत सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।