सोशल संवाद/जमशेदपुर: झारखंड तथा खतियानी आंदोलन के लिए समर्पित नेता दिवंगत देवानंद महतो का श्रद्धांजलि सभा शास्त्रीनगर, कदमा, जमशेदपुर स्थित शहीद निर्मल सेवा सदन के सभागार में.शिवा लाल महतो की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। सभा का संचालन गौतम बोस ने किया। सभा का आयोजक संस्था झारखंड एकता मंच, झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा एवं इंसानी पहल के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उनके बचपन के मित्र उनके ही गांव के लोक कवि प्रेमलाल साहू एक कविता, समित कार, शंकर नायक तथा गौतम बोस ने लिखित श्रद्धांजलि पत्र सह प्रस्ताव पेश किए। सभी वक्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए बताया की उनके असामयिक मृत्यु समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके द्वारा किए गए जनपक्षीय कार्य को लोग नहीं भूलेंगे यह बात चर्चा में उभर कर आया। उनके जीवन के मानविक एवं सरल साधारण व्यवहार के पहलु को भी विभिन्न वक्ताओं ने रखा। अंत में दो मिनट का मौन रख कर सभा का समापन किया गया।
तीन प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित हुआ:
1.झारखंड सरकार का खतियानी,स्थानीय आरक्षण एवम नियोजन नीति के लिए संघर्ष को आगे बढ़ाना है।
2.डोमिसाइल एवम खटियानी आंदोलन में जिन लोगों का जाने गई या केस मुकद्दमा हुआ उन्हे राजकीय मर्यादा सह पेंशन दिया जाय।
3.देवानंद महतो के नाम एक पुस्तकालय उनके बासुड़दा गांव में स्थापना किया जाय।
उक्त अवसर पर उनकी धर्मपत्नी कमला देवी, भतीजा कपिल महतो एवं रुद्र प्रताप महतो, प्रो. गुरुपदो महतो, मुडूत माझी बाबा बिंदे सोरेन, समित कार(ओसाज), शिबुकाली मैती (झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा), शंभू मुखी डूंगरी एवं सुशील कुमार (अंबेडकर विचार मंच), राम प्रसाद महतो, अंकित महतो, सूरज महतो, सुभाष महतो, संजय महतो, संजीत महतो, स्वपन महतो, राम प्रसाद महतो, (झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति), तपन महतो, बनबिहारी महतो, परितोष महतो, ( आकसु) सागर बेसरा एवं सतुआ हेंब्रम (जेकेएमयू), शंकर नायक (एचजेकेडी), हराधन प्रमाणिक (झारखंड लोक कला साहित्य संगीत एकादमी), रूपेश ठाकुर (एसएनएसएस), लाल मोहन महतो, रामरंजन महतो, अशोक कुमार, बॉबी महतो आदि लोग उपस्थित थे।