होम 

राज्य

नौकरी

राजनीति

देश दुनिया

योजना

खेल समाचार

टेक

जमशेदपुर

धर्म-समाज  

वेब स्टोरी 

---Advertisement---

5_5_11zon
4_4_11zon
3_3_11zon
2_2_11zon
1_1_11zon
previous arrow
next arrow

 

ओपन नेशनल स्पोर्ट क्लाइम्बिंग चैंपियनशिप 2023 में टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन ने जीते पुरस्कार

By Goutam

Published on:

 

---Advertisement---

7_7_11zon
8_8_11zon
9_9_11zon
11_11_11zon
6_6_11zon
1000_1_11zon
previous arrow
next arrow

सोशल संवाद/जमशेदपुर/कोलकाता: टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) के कैडेटों ने हाल ही में संपन्न ओपन नेशनल स्पोर्ट क्लाइंबिंग चैंपियनशिप 2023 के दौरान कुल 24 पदक जीते, जिसका आयोजन 21-25 फरवरी तक युवा सेवा और खेल विभाग, पश्चिम बंगाल सरकार के तत्वावधान में कोलकाता के पश्चिम बंगाल माउंटेनियरिंग एंड एडवेंचर स्पोर्ट्स फाउंडेशन (डब्ल्यूबीएमएएसएफ) द्वारा किया गया था।

इस कार्यक्रम का आयोजन कोलकाता के बीचोबीच स्थित स्पोर्ट क्लाइंबिंग एरिना, विवेकानंद युबा भारती क्रीड़ांगन, साल्ट लेक में किया गया था। इस कार्यक्रम में 40 से अधिक टीएसएएफ एथलीटों ने भाग लिया। ग्रासरूट विकास केंद्र ‘मस्ती की पाठशाला’ के एथलीटों ने दीवारों पर ऊँची चढ़ाई करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और पुरस्कार अर्जित किये। इसमें शामिल फॉरमेट लीड क्लाइम्बिंग और बोल्डरिंग थे।

TSAF एथलीटों ने सभी श्रेणियों में कुल 36 में से 24 पदक जीते: किड्स, सब-जूनियर, जूनियर और ओपन में एथलीटों और उनके कोचों के कठोर अभ्यास, दृढ़ता और दृढ़ इच्छा शक्ति देखने को मिला। TSAF एथलीटों को टाटा स्टील फाउंडेशन और JCAPCPL का समर्थन प्राप्त है।

चैंपियनशिप में भाग लेने वाले सबसे कम उम्र के TSAF एथलीट की उम्र केवल आठ साल है।  पुरस्कार विजेताओं को नकद पुरस्कार, मेडल और प्रमाण पत्र दिए गए। एमकेपी एथलीट और टीम की सबसे कम उम्र की सदस्य चंपा लामे ने किड्स कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता। सावित्री सामद ने सब-जूनियर बालिका वर्ग में दोनों स्वर्ण पदक जीते।  सुदर्शन मुर्मू ने सब-जूनियर बालक वर्ग में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता। भोज बिरुआ ने जूनियर बालक वर्ग में एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता। एक अन्य एमकेपी एथलीट मुन्नी पहाड़िया ने जूनियर बालिका वर्ग में एक स्वर्ण और रजत पदक जीता।

TSAF इस नवोदित खेल में उन्हें चैंपियन बनाने के लिए जमीनी स्तर से प्रतिभाओं की तलाश कर रहा है। अत्याधुनिक बुनियादी संरचना और नई IFSC मानक दीवारों के साथ, यह संगठन नवोदित प्रतिभाओं को पोषित करने के लिए तैयार है। और भी कई सामुदायिक विकास केंद्रों में मॉड्यूलर दीवारें लगाई जा रही हैं। उनका उद्देश्य ऐसे कई लोगों को प्रशिक्षित करना है जो अपने खेल के इतिहास में सबसे बेहतरीन होने के दावे के साथ अपने करियर को समाप्त कर देते है।

एक संतुलित पोषण आहार, रणनीतिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, समग्र विकास के लिए सत्रों का आयोजन किया जाता है ताकि केंद्र में एक स्थायी क्लाइम्बिंग के माहौल को बनाए रखा जा सके।

 

---Advertisement---

Related Post