सोशल संवाद/ नालंदा (रिपोर्ट- विकास कुमार): ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने नालंदा जिला में मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान विभाग से संबंधित सड़क, पुल आदि के निर्माण से संबंधित लोगों द्वारा दिए गए आवेदन के क्रियान्वयन की विभागीय पदाधिकारियों के साथ आज हरदेव भवन में समीक्षा की।
मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान नालंदा जिला के ग्रामीण कार्य विभाग से संबंधित मामलों के संदर्भ में 614 आवेदन दिया गया था। अधिकांश कार्रवाई योग्य मामलों में विभागीय स्तर से कार्रवाई की गई है। वर्तमान में विभाग से संबंधित 50 मामले विभिन्न कारणों से लंबित पाए गए हैं। कार्य प्रमंडल बिहार शरीफ में 15, कार्य प्रमंडल हरनौत में 8, कार्य प्रमंडल हिलसा में 21 तथा कार्य प्रमंडल राजगीर में 6 मामले फिलहाल लंबित हैं।
कुछ मामलों में एक ही विषय से संबंधित अलग-अलग लोगों द्वारा आवेदन दिए जाने के कारण भी मामले लंबित दिख रहे हैं। इस संदर्भ में विषय वस्तु से संबंधित कार्रवाई की दशा में इसी विषय वस्तु से संबंधित अन्य आवेदनों को निष्पादित करने को कहा गया। विभागीय संकल्प के अनुसार दोहरी संपर्कता देने का प्रावधान नहीं है, ऐसे मामलों को भी निष्पादित करने को कहा गया।
अधिकांश मामलों में विभागीय स्तर से कार्रवाई की गई है। कुछ मामले विभागीय स्तर से विभिन्न योजनाओं के तहत स्वीकृति की प्रक्रिया में हैं, जिन्हें शीघ्र पूरा कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
उन्होंने सभी कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंताओं को विभागीय प्रावधान के अनुसार शेष मामलों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। 2 मामलों में जमीन से संबंधित स्थानीय समस्या के कारण कार्य बाधित होने की बात बताई गई। जिलाधिकारी ने संबंधित कार्यपालक अभियंता को गुरुवार को मामले के विषय वस्तु के साथ आने को कहा। ऐसे मामलों का निराकरण उच्च प्राथमिकता के साथ कराया जाएगा।
बैठक में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता, सभी कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता ,कनीय अभियंता आदि उपस्थित थे।
संगीता कुमारी, महिला पर्यवेक्षिका, बिंद को जिला पदाधिकारी नालंदा के द्वारा अनुबंधमुक्त कर दिया। कुछ माह पूर्व संगीता कुमारी का पैसे लेते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसकी जांच कराई गई थी। जांच में प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित होने पर प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज किया गया था।
मामले में जिला पदाधिकारी द्वारा उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया। प्राप्त स्पष्टीकरण असंतोषजनक पाया गया।महिला पर्यवेशिका संगीता कुमारी को आज जिलाधिकारी नालंदा के द्वारा संविदामुक्त कर दिया गया।