जनसंवाद, जमशेदपुर: अग्रसेन भवन के प्रांगण में मुकेश मित्तल जी की अध्यक्षता में पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के संरक्षक, पदाधिकारियों एवं सम्मानित सदस्यों की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का उद्देश्य आगामी 16 अप्रैल को होने वाले राजस्थान दिवस के आयोजन के ऊपर चर्चा करना एवं सभी का सुझाव लेना था। इस बैठक में समाज के बुजुर्ग, युवा एवं नारी शक्ति ने भाग लिया एवं सभी ने बहुत ही ऊर्जा के साथ सकारात्मक सुझाव दिए।
सर्वप्रथम अध्यक्ष मुकेश मित्तल ने बताया कि राजस्थान प्रदेश की स्थापना 30 मार्च, 1949 को राजपुताना नाम से की गई, जिसे बाद में बदलकर राजस्थान नाम दिया गया। उन्होंने बताया कि हम सभी राजस्थानियों के लिए राजस्थान दिवस एक अद्वितीय पर्व है, जो किसी त्योहार से कम नहीं है। यह दिन हमारी संस्कृति और हमारे राज्य की गौरव को साझा करता है। इस वर्ष खाटू श्याम जी का फागुन मेला एवं होली पर्व राजस्थान दिवस के कम अंतराल पर पड़ा था, इसलिए मारवाड़ी समाज राजस्थान दिवस का उत्सव आगामी 16 अप्रैल 2024, मंगलवार को धालभूम क्लब मैदान, साकची में बड़े ही धूमधाम से मनाएगा।
राजस्थान दिवस की रूपरेखा के बारे में अध्यक्ष मुकेश मित्तल ने बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने हेतु तरह तरह के आकर्षण की व्यवस्था की गयी है, जिसमें प्रमुख रूप से चौकी-ढाणी, कठपुतली नाच, राजस्थानी वेश भूषा, राजस्थानी व्यंजन, बच्चों के लिए झूला इत्यादि की व्यवस्था रहेगी।
झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश रिंगसिया, झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के पूर्व महासचिव सुरेश सोंथालिया, पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के पूर्व महासचिव पवन अग्रवाल, झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की पूर्व अध्यक्षा बिना ख़िरवाल, सिंहभूम चैम्बर के पूर्व उपाध्यक्ष आलोक चौधरी एवं सिंहभूम चैम्बर के पूर्व महासचिव भरत वसानी ने भी अपने विचार रखें।
सदस्यों ने बैठक में बढ़ चढ़ कर भाग लिया तथा अपने अपने सुझाव दिए जैसे कि आम बगान मैदान में पार्किंग व्यवस्था करना, राजस्थान दिवस के लिए अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करना, आयोजन में लगने वाले स्टाल का नाम राजस्थान के प्रमुख शहरों के नाम पर रखना, राजस्थानी पगड़ी पहनना, इत्यादि। इस बैठक में इस आयोजन को सफल बनाने हेतु कुछ निर्णय लिए गए जैसे कि 11000 रूपए की दान राशि ली जाएगी और किसी भी दानदाता से अधिक राशि नहीं ली जायेगी। समाज के दूसरे सदस्यों को जोड़ने के लिए 100 रूपए सहयोग राशि पर भी सहमति बनी जिससे कि सभी लोग इसमें अपनी भागीदारी दर्ज करवा सकें तथा इस आयोजन से अपने आपको जोड़ सकें। इस बात को भी बार बार महत्त्व दिया गया कि आयोजन में प्रवेश एवं खान-पान पूरी तरह निःशुल्क है। इन सारी जानकारियों पर सहमति बनी एवं सभी को कूपन बांटे गए।
बैठक में अंकुश जवानपुरिया, विमल अग्रवाल, दिलीप गोलछा, आनंद चौधरी, विकास सिंघानिया, ललित गढ़वाल, रतन सहरिया, सुनील सोंथालिया, कमल लड्ढा, लाला जोशी, मालीराम अग्रवाल, पवन अग्रवाल (पप्पी), कैलाश अग्रवाल, मनोज पलसानिया, मनोज अग्रवाल (asl), श्रवण देबुका सुशीला ख़िरवाल, राधा केजरीवाल, दिलीप गोयल, विनोद शर्मा, सांवरमल सेवड़ा, अंकित मोदी, बिनोद अग्रवाल, विजय कुमार गोयल, महाबीर प्रसाद अग्रवाल अधिवक्ता), दीपक अग्रवाल रामुका, कैलाश अग्रवाल (अधिवक्ता), पवन सिंघानिया, सीताराम देबूका, शंकर लाल अग्रवाल, महेश छापोलिया, कमलेश अग्रवाल, मुरारी अग्रवाल, संजय अग्रवाल, विकास अग्रवाल, कौशल अग्रवाल, सुशील रामराईका, रामु देबूका, संतोष अग्रवाल, दीपक पटवारी, बिमल बाकरेवाल, हर्ष बाकरेवाल, अमित सरायवाला, अनुराग अग्रवाल, रविकांत अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, गौरव मुरारका, संजय शर्मा, बजरंग केवलका, नारायण केवलका, राजेश शर्मा, मनोज अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल, जुगल किशोर शर्मा, दिनेश शर्मा, सुशील अग्रवाल, बिनोद अग्रवाल, दीपक अग्रवाल एवम चेतन गर्ग उपस्थित थे।
बैठक का संचालन नवीन अग्रवाल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन किशोर गोलछा ने किया एवं बैठक की समाप्ति अल्पाहार व्यवस्था के साथ की गयी।