खरसावां / Umakant Kar : झारखंड आंदोलन के पुरोधा दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर पूरे झारखंड में शोक की लहर है. जगह-जगह शोक सभा आयोजित कर राजनीतिक दलों व संगठनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं कुचाई के झामुमो कार्यालय में विधायक प्रतिनिधि सह प्रखंड अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह मुंडा के नेतृत्व में शोक सभा आयोजित की गई. सभी कार्यकर्ताओं ने 2 मिनट का मौन रखकर दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की. और उनके योगदान को याद किया.
मौके पर विधायक प्रतिनिधि सह प्रखंड अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह मुंडा ने कहा कि झारखंड आंदोलन के पुरोधा दिशोम गुरु शिबू सोरेन झारखंड राज्य के गठन के लिए व्यापक जन आंदोलन का नेतृत्व किया. वे केवल झारखंड ही नहीं बल्कि उड़ीसा, छत्तीसगढ़, असम, बंगाल सहित संपूर्ण राष्ट्र में आदिवासी समाज की एक सशक्त संघर्षील और पूजनीय नेता के रूप में प्रतिष्ठित थे. उन्होंने कहा कि गुरुजी का जीवन आदिवासियों दलितों और मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई का प्रतीक रहा।उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. श्री मुंडा ने कहा कि आदिवासी समाज सहित अन्य पिछड़े और शोषित समाज को जगाया.उन्होंने महाजनी प्रथा का जमकर विरोध किया था. गुरु जी के संघर्ष और बलिदान के कारण ही हमलोगों को अलग झारखंड राज्य मिला है. हम सभी को एकजुट होकर गुरुजी के बताएं रास्ते पर चलना होगा. तभी समृद्ध झारखंड का निर्माण संभव है.
इस दौरान मुख्य रूप से मौक पर प्रखंड अध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार मुंडा भरत सिंह मुंडा मुन्ना सोय जिला संगठन सचिव राहुल सोय,मुखिया राम सोय मुखिया करम सिंह मुंडा पार्वती गागराई संध्या रानी महतो, बनवारी लाल सोय लखीराम मुंडा, कारू मुंडा स्टीफन मुंडा. सुरेश सोय, संजय कुमार गोप मोहन सरदार, टांको मुंडा,सुखराम मुंडा,मनोज कुमार आदि उपस्थित थे.