सरायकेला / Balram Panda : राजद के जिला अध्यक्ष पद पर शक्ला मार्डी को नहीं बनाए जाने से आदिवासी समुदाय में जबरदस्त नाराज़गी है, इसको लेकर राजद समर्थित आदिवासी नेताओं ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता कर पार्टी नेतृत्व के निर्णय पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और आंदोलन को और तेज़ करने की घोषणा की. प्रेस वार्ता में वक्ताओं ने आरोप लगाया कि शक्ला मार्डी जैसे जमीनी, सक्रिय और ईमानदार आदिवासी नेता को जातीय आधार पर दरकिनार कर एक गैर-आदिवासी को जिला अध्यक्ष बनाया गया है, जो राजद के संगठनात्मक संविधान के खिलाफ है. वक्ताओं ने तथाकथित नेताओ पर पार्टी के अंदर “जातीय गुट” चलाने और आर्थिक प्रभाव के ज़रिये संगठन को प्रभावित करने का भी आरोप लगाया.
पटना में सौंपेंगे ज्ञापन
वक्ताओं ने बताया कि आदिवासी समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही पटना जाकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात करेगा और इस संबंध में ज्ञापन सौंपेगा. वहीं, श्री मार्डी ने कहा कि 1 से 7 अगस्त के बीच झारखंड विधानसभा का सत्र चलेगा. इस दौरान राजद प्रदेश कार्यालय, रांची के समक्ष विरोध प्रदर्शन की योजना को सफल बनाने हेतु जनसंपर्क अभियान तेज़ कर दिया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक शक्ला मार्डी को संगठन में न्याय नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा.
“झारखंड आदिवासी बहुल राज्य है”
प्रेस वार्ता में वक्ताओं ने कहा “झारखंड एक आदिवासी बहुल राज्य है और सरायकेला-खरसावां एक ट्राइबल जिला. ऐसे में एक योग्य आदिवासी नेता की उपेक्षा कर राजद ने गंभीर भूल की है.” वक्ताओं ने दोहराया कि आदिवासी समाज अपने हक और सम्मान के लिए हमेशा लड़ता आया है और यह लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है. मौके पर संजय मुर्मू, राजेश मांझी, विनय पासवान, राजवल्लव कुमार, सुनील मुर्मू, बिट्टू गोप, देवाशीष महतो, काली दास टुडू, चंद्र मोहन झा समेत कई अन्य राजद कार्यकर्ता और आदिवासी नेता उपस्थित रहे.