जमशेदपुर / Balram Panda: बॉलीवुड के सदाबहार पार्श्व गायक मुकेश चंद माथुर की 102वीं जयंती के अवसर पर ‘बिनाका गीतमाला श्रोता संग, जमशेदपुर’ के बैनर तले एक संगीतमय आयोजन हुआ. कार्यक्रम की अगुवाई समाजसेवी निधि सिंह ने की, जहां मुकेश जी के सम्मान में केक काटा गया और उनके कालजयी गीतों को गाकर उन्हें याद किया गया.
इस अवसर पर कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक अरुण चंद्रा, कार्यकारिणी अध्यक्ष सुशांत हाजरा, संचालन समिति सदस्य संजय मुंडा, समाजसेवी शंभु मुंडा समेत अनेक स्थानीय संगीत प्रेमी उपस्थित रहे. सभी ने मुकेश जी के योगदान को याद करते हुए उनके गीतों को सामूहिक रूप से प्रस्तुत किया, जिससे पूरा माहौल संगीतमय और भावनात्मक हो गया.
वहीं, समाजसेविका निधि सिंह ने कहा, “मुकेश केवल एक आवाज़ नहीं थे, वे भावनाओं के गायक थे, उनकी गायिकी में जो दर्द, सरलता और आत्मा थी, वह आज भी दिलों को छूती है.” इस मौके पर “कभी कभी मेरे दिल में”, “कहीं दूर जब दिन ढल जाए”, “जीना यहां मरना यहां” जैसे उनके मशहूर गीतों की प्रस्तुति दी गई. श्रोताओं ने तालियों से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया और मुकेश जी की स्मृति को सम्मानपूर्वक याद किया. कार्यक्रम का उद्देश्य पुराने संगीत की विरासत को संजोए रखना और नई पीढ़ी तक ले जाना था. संस्था द्वारा आगे भी ऐसे आयोजन जारी रखने की बात कही गई.