खरसावां / Umakant Kar: सरायकेला के पुलिस लाइन में पहली बार मागे पर्व का आयोजन किया गया. मागे पर्व में खरसावां विधायक दशरथ गागराई, जिला के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत, एसपीडीओ समीर कुमार सवैया समेत पुलिस कर्मी व आदिवासी समाज के लोग मौजूद थे. देशाउली में पूजा अर्चना कर मांदर व नगाडे की थाप पर मागे गीतों पर लय मिलाते हुए नृत्य किया. नृत्य का सिलसिल देर रात तक चलता रहा. मागे पर्व पर महिला व पुरुष कंधा से कंधा मिल कर नृत्य किया. यह फसल के कटने व खेत खलिहान के कार्य खत्म होने के बाद माघ महीने के पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस पर्व के मनाने के पीछे अनेक कहानियां प्रचलित हैं. इनमें नई जगह गांव बसाने की एक कथा भी प्रचलित है. इसे सृजन के पर्व के तौर पर भी देखा जाता है.
मौके पर विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि मागे पर्व सृजन का पर्व है. मागे पर्व हमारी परंपरा व संस्कृति से जुड़ा हुआ है. परंपरा व संस्कृति ही हमारी पहचान है. इसे संरक्षित करने की आवश्यकता है. यह पर्व आपसी भाईचारा बनाये रखने तथा एक-दूसरे को सहयोग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पुलिस लाइन में मागे पर्व का आयोजन करना अच्छी पहल है. एसपी मुकेश कुमार लुणायत व एसडीपीओ समीर कुमार सवैया ने भी सभी लोगों को मागे पर्व की बधाई देते हुए लोगों के साथ मांदर पर थाप देते हुए नृत्य किया.