जनसंवाद डेस्क: जमशेदपुर की जीवनदायिनी स्वर्णरेखा नदी के पानी में बुधवार शाम अचानक दिल्ली की यमुना नदी की तरह झाग बनकर पूरे नदी में तैरता दिखा। नदी में कई मछलियां भी मर कर ऊपर आ गई थीं। स्वर्णरेखा नदी के पानी में सफेद झाग निकलने के बाद नदी तट पर देखने वालों की भीड़ लग गई। तैरते झाग को देख लोग तरह-तरह के कयास लगाने लगे हैं।
जमशेदपुर भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ के नीरज सिंह ने की जाँच की मांग
वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद जमशेदपुर भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक नीरज सिंह अपने समर्थकों के साथ नदी किनारे पहुंचे और नदी का निरीक्षण किया। उन्होंने जमशेदपुर के एसडीओ से दूरभाष के माध्यम से बात कर जल्द से नदी के पानी की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि नदी किनारे रहने वाली बड़ी आबादी इस नदी में नहाते है जिनमे कई बच्चे भी होते है। नदी का पानी प्रदूषित होने के कारन लोगों के साथ कोई बड़ी अनहोनी ना हो जाए, इसलिए अविलंब इसकी जांच कर समस्या को दूर की जाए।
भाजपा नेता नीरज सिंह ने बताया की स्वर्णरेखा नदी जमशेदपुर की जीवन रेखा है। इसके किनारे कई बस्ती बसे हुए हैं जिसमे बड़ी आबादी निवास करती है और पूरा शहर इस नदी पर निर्भर है। नीरज सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, व्यावसायिक प्रकोष्ठ का एक प्रतिनिधि मंडल जमशेदपुर की उपायुक्त से मुलाकात कर इस घटना की जानकारी देकर जल्द से जल्द इसकी जाँच की मांग करेगा।
झाग निकलने की जानकारी मिलने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गुरुवार को पानी के नमूनों की जांच के लिए रांची भेजने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि स्वर्णरेखा नदी में प्रदूषण को लेकर पहले भी चर्चा होती रही है। तटीय इलाकों में भवन निर्माण और नदी में कारखानों का अपशिष्ट गिराए जाने से हालात बिगड़ने की बात कही जाती रही है।