जनसंवाद, जमशेदपुर: टाटा मोटर्स की ओर से उत्कर्ष छात्रवृत्ति सम्मान कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को टेल्को कॉलोनी स्थित लिटिल फ्लावर स्कूल के सभागार में भव्य रूप से किया गया। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 246 मेधावी छात्राओं को उत्कर्ष सम्मान प्रदान किया गया। प्रत्येक लाभार्थी छात्रा को 25,000 रुपये तक की छात्रवृत्ति राशि के साथ स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में छात्राओं के साथ उनके अभिभावक भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। समारोह में प्लांट हेड सुनील कुमार तिवारी, एचआर हेड प्रणव कुमार, ईआर हेड सौमिक रॉय, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद, महामंत्री आरके सिंह, महाप्रबंधक जीवराज सिंह संधू, महाप्रबंधक रणधीर प्रसाद, डॉ. एस. एल. श्रीवास्तव, डॉ. अरुणिमा वर्मा सहित यूनियन के पदाधिकारी, कमेटी मेंबर और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इसके बाद अतिथियों द्वारा बारी-बारी से सभी चयनित छात्राओं को उत्कर्ष अवार्ड प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन ईआर की वरीय प्रबंधक आंचल सिंहा ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन जीवराज सिंह संधू ने किया।
समारोह को संबोधित करते हुए प्लांट हेड सुनील कुमार तिवारी ने कहा कि छात्राओं की इस उपलब्धि में अभिभावकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 215 छात्राओं को यह सम्मान दिया गया था, जबकि इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 246 हो गई है, जो टाटा मोटर्स और यूनियन के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने अभिभावकों से बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालने और उनकी रुचि के अनुसार आगे बढ़ने में सहयोग करने की अपील की।
वहीं टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि उत्कर्ष मंच केवल पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम नहीं, बल्कि बेटियों के सपनों को साकार करने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स प्रबंधन शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक विकास के क्षेत्र में निरंतर सराहनीय कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. अरुणिमा वर्मा ने भी छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अंत में जीवराज सिंह संधू ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि उत्कर्ष कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण का एक सशक्त उदाहरण है और यदि बेटियों की शिक्षा पर इसी तरह ध्यान दिया जाए तो देश को प्रगति की ऊंचाइयों तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता।


















