जनसंवाद डेस्क/जमशेदपुर: टाटा मोटर्स में एक्सेल डिविजन के अस्थायी कर्मचारी श्रीराम शर्मा की मंगलवार को ड्यूटी के दौरान मौत के बाद टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन यूनियन और टाटा मोटर्स प्रबंधन के बीच समझौता हुआ है। समझौता के तहत श्रीराम शर्मा के देहांत के बाद उनके परिवार को सहायता प्रदान करने के लिए बेटे को छात्रवृत्ति समेत 3 साल के डिप्लोमा के बाद स्थायी नौकरी, पुत्री को प्लस टू तक की पढ़ाई के लिए सालाना ₹36000 एवं उनकी पत्नी को अस्थाई सेवा निधि के तौर पर लगभग 30 लाख रुपए एवं उनके पीएफ के 10:30 लाख रुपए लगभग दिया जाना तय हुआ।
मृतक श्रीराम शर्मा के परिजन सुबह 10:00 बजे उनकी पत्नी, उनके पिता, उनके पुत्र पुत्री के साथ उनके परिवार के कई सदस्य यूनियन कार्यालय पहुंचे और अध्यक्ष महामंत्री से अपने परिवार के भरण पोषण के लिए उनके सुपुत्र को रोजगार देने का अनुरोध किया। साथ ही साथ प्लांट हेड को एक लिखित पत्र परिवार की ओर से उनकी धर्मपत्नी ने दिया। इसके उपरांत प्रबंधन एवं यूनियन के बीच दिनभर कई दौर का वार्ता का
चला। विभिन्न विषयों पर बातचीत के बाद अंतिम निर्णय के रूप में इन बिंदुओं को सहमति की गई पुत्र को क्षात्रवृति सहित 3 साल के डिप्लोमा के बाद टाटा मोटर्स में स्थाई नौकरी एवं पुत्री को प्लस टू तक की पढ़ाई के लिए सालाना ₹36000 एवं उनकी पत्नी को अस्थाई सेवा निधि के तौर पर लगभग 30 लाख रुपए एवं उनके पीएफ के 10:30 लाख रुपए लगभग दिया जाना तय हुआ।
उनके पुत्र और पुत्री को प्रबंधन के द्वारा लिखा हुआ पत्र यूनियन के अध्यक्ष श्री गुरमीत सिंह, महामंत्री आर के सिंह, ई आर हेड सौमिक रॉय और अधिकारी ने संयुक्त रूप से देने का काम किया। उनके साथ आए हुए परिजन एवं सामाजिक लोगों ने प्रबंधन और यूनियन को इस समझौते के लिए हृदय से धन्यवाद दिया और इस पहल के लिए आभार भी व्यक्त किया। निश्चित तौर पर टाटा मोटर्स प्रबंधन ने एक नई पहल करते हुए इस तरह का समझौता किया है। इसके लिए वी पी विशाल बादशाह, वरीय पदाधिकारी सीताराम कांडी, प्लांट हेड रविन्द्र कुलकर्णी, एच आर हेड मोहन घंट, ई आर हेड सौमिक रॉय एवं अन्य वरीय अधिकारियों को यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह, महामंत्री आर के सिंह ने बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।