खरसावां / Umakant kar: पश्चिमी सिंहभूम जिला के अंतर्गत खुंटपानी प्रखंड क्षेत्र के बिंज में स्थापित उद्यान महाविद्यालय का नामांकरण को लेकर खरसावां विधायक दशरथ गागराई के नेतृत्व में सिंहभूम आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करे एक मांग पत्र सौंपा. जिसमें बिरसा कृषि विश्वविद्यालय कांके, रांची के अंतर्गत ग्राम बिंज, प्रखंड खुंटपानी जिला पश्चिमी सिंहभूम में स्थापित उद्यान महाविद्यालय का नामांकरण करने की मांग की है. ज्ञापन पत्र में लिखा है कि वर्ष 2018 में उद्यान महाविद्यालय की स्थापना की गई है. तथा वित्तीय वर्ष 2018-19 से ही शैक्षणिक सत्र चलाए जा रहा है. अबतक इस महाविद्यालय से 134 विद्यार्थी बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) हॉर्टिकल्चर की डिग्री लेकर झारखंड में उद्यान विकास के लिए प्रयासरत है.
साथ ही कृषि एवं उद्यान क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं। उद्यान (बागवानी) कृषि का एक महत्वपूर्ण अंग है एवं झारखंड जैसे प्रदेश में कृषि क्षेत्र के लिए विकास कृषि आधारित रोजगार सृजन तथा आर्थिक विकास में इसका महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि “हो” जनजातीय बहुल कोल्हान क्षेत्र में उद्यान महाविद्यालय स्थापित होना कृषि और आर्थिक विकास के लिए वरदान साबित हुआ है. लेकिन अब तक इसका नामांकरण नहीं हो सका है.
विधायक ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस महाविद्यालय का नामांकरण “वीर शहीद पोटो हो अथवा ओत गुरु कोल लको बोदरा उद्यान महाविद्यालय” के रूप में किया जाए. पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है. कि दोनों महापुरुष कोल्हान पश्चिमी सिंहभूम की “हो”जनजातियों के गौरवशाली इतिहास से जुड़े हुए हैं. इसलिए इस संस्थान का नाम उनके नाम पर रखना इस क्षेत्र की पहचान और स्वाभिमान को और सशक्त करेगा. इस मौके पर गुरुचरण सिंकू सिकंदर बोदरा मौजूद थे.