आदित्यपुर / Balram Panda : झारखंड के जननायक, आदिवासी अस्मिता और अधिकारों की आवाज़, दिशोम गुरु आदरणीय शिबू सोरेन जी के निधन से गहरा दुख हुआ है. यह न सिर्फ झारखंड, बल्कि पूरे देश के सामाजिक और राजनीतिक आंदोलन के लिए एक अपूरणीय क्षति है.
झामुमो नेता एवं पूर्व नगर उपाध्यक्ष मनोज गोराई ने गहन शोक व्यक्त करते हुए कहा कि गुरुजी का जाना एक युग का अंत है. उन्होंने याद साझा करते हुए कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने के बाद इमली चौक स्थित फुटबॉल मैदान में आयोजित एक ऐतिहासिक सभा में उन्हें पहली बार गुरुजी को देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था. उस सभा में माननीय चंपई सोरेन जी और गुरुजी दोनों मौजूद थे.
मनोज गोराई ने आगे बताया कि 2014 के चुनाव के बाद राजनगर मैदान में उन्होंने गुरुजी का स्वागत करने का सौभाग्य भी प्राप्त किया था. ये पल आज भी उनकी स्मृतियों में अमिट हैं. गुरुजी का जीवन और संघर्ष हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेगा. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और पूरे झारखंडवासियों, परिजनों एवं समर्थकों को इस गहन शोक को सहने की शक्ति दें.