जनसंवाद, जमशेदपुर। सोनारी मरीन ड्राइव कचरा डंपिंग स्थल से कचरा निष्पादन पर जमशेदपुर अक्षेस और जिला प्रशासन द्वारा एनजीटी के समक्ष शपथ पत्र देने के बावजूद कोई ठोस कारवाई नहीं हुई है। जमशेदपुर अक्षेस और जिला प्रशासन एनजीटी को गुमराह कर रहा है। कचरा डंपिंग स्थल पर विगत दो-तीन दिनों से आग जलने की सूचना पर जमशेदपुर पश्चिम के विधायक श्री सरयू राय डंपिंग स्थल पहुँचे। यहाँ उन्होंने देखा कि कचरा डंपिंग के एक छोर पर आग जल रहा था जिसे तुरंत पानी डालकर बुझाया गया था।
स्थानीय नागरिकों ने विधायक से शिकायत की कि इसके पूर्व भी तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री और प्रशासन द्वारा कई बार यहाँ के स्थानीय निवासियों को आश्वासन दिया कि कचरा डंपिंग से संबंधित समस्या का जल्द निवारण कर लिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री की विफलता के बाद जमशेदपुर पूर्वी के विधायक रहते सरयू राय ने इस मामले को एनजीटी के न्यायालय में अधिवक्ता संजय कुमार उपाध्याय के माध्यम से ले कर गये। एनजीटी के निर्देश पर जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया था कि इस समस्या का अतिशीघ्र निवारण कर दिया जाएगा। इसके बावजूद पुनः कचरा में आग जलने की शिकायत आ रही है। इसके धुएँ से स्थानीय लोग परेशान हो गये हैं और नारकीय जीवन जीने को विवश हैं।
स्थानीय नागरिकों से मिलने के पश्चात विधायक सरयू राय ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे अब यहाँ से विधायक हैं, इस मामले को वे पुनः एनजीटी में ले कर जाएंगे। जमशेदपुर अक्षेस एवं जिला प्रशासन इस मामले के निष्पादन में रूचि नहीं ले रहा है इसलिए इनपर एनजीटी के आदेश का अवमानना का केस दर्ज होना चाहिए।