आदित्यपुर : 3 मार्च को पटना गांधी मैदान में राजद द्वारा आयोजित महागठबंधन की जन विश्वास महारैली में जूटी ऐतिहासिक भीड़ देश की राजनीति को बदलने का संकेत दे गई. गांधी मैदान और पूरे पटना की सभी सड़कों पर सिर्फ महागठबंधन के कार्यकर्ताओं की भीड़ थी- उक्त बातें 2 मार्च को महारैली में भाग लेने के लिए सरायकेला- खरसावां और पूर्वी सिंहभूम से बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ताओं को लेकर पटना गांधी मैदान पहुंचे राजद के प्रदेश महासचिव सह प्रभारी पूर्वी सिंहभूम पुरेंद्र नारायण सिंह ने कही.
पुरेंद्र नारायण सिंह बताया कि बीते शाम वे पटना में राजद सुप्रीमो श्री लालू प्रसाद यादव, युवा हृदय सम्राट प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव एवं पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता से मिले थे. पुरेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि रैली को राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सीताराम यचूड़ी, डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य, तेज प्रताप यादव झारखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सत्यानंद भोक्ता सहित कई नेताओं ने संबोधित किया.
पुरेंद्र ने कहा कि महारैली में महंगाई व बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर आक्रोशित जनता को आमंत्रित किया गया था. महारैली में करीब 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए. महारैली में अधिकतर वक्ताओं ने महागठबंधन सरकार के 17 माह बनाम 17 साल के कार्यों के साथ-साथ जातीय जनगणना, सरकारी नौकरी, आरक्षण की व्यवस्था 75% किए जाने सहित अन्य मुद्दों पर अपने विचार रखें. उन्होंने कहा कि जिस तरह बिहार की जनता के साथ विश्वासघात किया गया, बिहार की जनता परिवर्तन चाहती है और यह परिवर्तन की महारैली साबित होगी.
पटना महारैली में शामिल होने वाले प्रमुख लोगों में पुरेंद्र नारायण सिंह के अलावे अर्जुन प्रसाद यादव, सुभाष यादव, राजेश यादव, देव प्रकाश, संजय सिंह, कुमार बिपिन बिहारी प्रसाद, अधिवक्ता संजय कुमार, अजय कुमार, संजीव कुमार प्रभाकर, अश्वनी कुमार सिंह, बंधु यादव, अजय कुमार यादव सहित सैकड़ो कार्यकर्ता शामिल थे.