जनसंवाद डेस्क/खरसावां (रिपोर्ट- उमाकांत कर): प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी कुचाई प्रखंड क्षेत्र के तिलोपदा पंचायत अंतर्गत मौजा लेप्सो में गुरुवार को द्वतीय वर्ष वनाधिकार बोर्ड गाड़ी स्थापना दिवस मानाया गया। ग्रामीण मुण्डा मजुरा मुण्डा ने गाड़े गये पत्थर को पूजा किया।
ग्रामीणों ने सामुदायिक वन संसाधनों के संरक्षण, पुनुरुज्जीवित और प्रबंधन विधि सम्मत करने का निर्णय लिया। लेप्सो गांव में 2020 को ही वनाधिकार कानून 2006 के तहत वनाधिकार प्रमाण-पत्र सरकार की ओर से निर्गत किया गया है। कुल 306 एकड़ 71 डी० वन भूमि पर वनाधिकार प्रमाण- पत्र निर्गत किया गया है।
इस दौरान झारखंड जंगल बचाओ आन्दोलन के केन्द्रीय प्रभारी सोहन लाल कुम्हार ने कहा कि महुआ चुनने तथा शिकार करने के नाम पर आग नहीं लगाने से पेड़ पौधा एवं वन जीवों के लिए काफी हानिकारक होगा। जंगल में आग लगाना नहीं है।अवैध रूप से जंगल काटाई पर प्रतिबंध लगाना है। वन्य प्राणियों का शिकार नहीं करना है। जैवविविधतो का भी संरक्षण तथा प्रबंधन करना है। वनोपजों को संग्रहण कर उपयुक्त बाजार में बिक्रय करना है ताकि सही दाम मिल सके।
विधायक प्रतिनिधि भारत सिंह मुण्डा ने कहा कि जंगल हमारे दफ्तरों के साथ पूर्वज से जुड़ा हुआ है। तिलोपदा पंचायत के मुखिया राम सोय ने कहा कि जंगल रहने के कारण ही जलवायु संतुलन वना रहता है। जंगलों की काटाई अंधाधुंध होने के कारण जलवायु संतुलन बिगड़ गया है जिसके कारण समय पर बर्षा नहीं हो रही है।
कार्यक्रम में मनोज मुदुईया, भरत सिंह मुण्डा, राम सोय, गोबरा मुण्डा, मजुरा मुण्डा आदि उपस्थित थे।