होम 

राज्य

नौकरी

राजनीति

देश दुनिया

योजना

खेल समाचार

टेक

जमशेदपुर

धर्म-समाज  

वेब स्टोरी 

---Advertisement---

 

 

नारायण प्राइवेट आईटीआई लूपुंगडीह चांडिल में मनाई गई सरदार वल्लभ भाई पटेल की का पुण्य तिथि

By Goutam

Published on:

 

नारायण प्राइवेट आईटीआई

---Advertisement---

dasrath gaagrai win_
sanjiv win
previous arrow
next arrow

जनसंवाद, जमशेदपुर: नारायण प्राइवेट आईटीआई लूपुंगडीह चांडिल में सरदार वल्लभ भाई पटेल की का पुण्य तिथि मनाई गई। मौके पर उपस्थित संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडे ने वल्लभभाई पटेल के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 ई मैं हुआ पटेल का जन्म नडियाद, गुजरात में एक लेवा पटेल (पाटीदार)जाति में हुआ था। वे झवेरभाई पटेल एवं लाडबा देवी की चौथी संतान थे। सोमाभाई, नरसीभाई और विट्टलभाई उनके अग्रज थे।

उन्होंने कहा कि उनकी शिक्षा मुख्यतः स्वाध्याय नदिया जिला एगो भारतीय बैरिस्टर, राजनीतिक नेता, स्वतंत्रता सेनानी आजादी के बाद भारत के पहिला उपप्रधानमंत्री घर मंत्री रहलें। आजादी के आंदोलन के समय पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता लोग में से एक रहलें भारत के आजादी के बाद बनल सरकार में इनके प्रमुख अस्थान रहल भारत के एकीकरण में सभसे महत्वपूर्ण भूमिका राही है। इनका मजबूत इरादा वाला ब्यक्तित्व के कारण इनके “लौह पुरुष” के उपाधि भी दिहल गइल। इनके सरदार पटेल के नाँव से भी जानल जाला।, स्वतंत्रता सेनानी आजादी के बाद भारत के पहिला उपप्रधानमंत्री घर मंत्री रहलें।

आजादी के आंदोलन के समय पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता लोग में से एक रहलें भारत के आजादी के बाद बनल सरकार में इनके प्रमुख अस्थान रहल भारत के एकीकरण में सभसे महत्वपूर्ण भूमिका रहा था इनका मजबूत इरादा वाला ब्यक्तित्व के कारण इनके “लौह पुरुष” के उपाधि भी दिहल गइल। इनके सरदार पटेल के नाँव से भी जानल जाला।भारत के एक स्वतंत्रता सेनानी, अधिवक्ता तथा राजनेता थे। उन्हें लोग सरदार पटेल के नाम जानते हैं।

‘सरदार’ का अर्थ है “प्रमुख”। उन्होंने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता थे जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई। स्वतंत्र भारत में देशी रियसतों के एकीकरण की महान चुनौती को उन्होंने सफलतापूर्वक हल किया। 1947 भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान गृह मंत्री के रूप में कार्य किया।

इसमें उपस्थित स्थान के प्राचार्य जयदेव पांडे ,अधिवक्ता निखिल, शुदिस कुमार, अरुण कुमार पांडे, कुमार, शांती राम महतो, कृष्ण चंद्र महतो, अजय कुमार मंडल ,गौरव महतो ,आदि उपस्थित थे

 

---Advertisement---

Related Post

Leave a Comment