जनसंवाद डेस्क/जमशेदपुर: टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन कार्यालय में कमेटी मीटिंग आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने किया। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के प्रेस प्रवक्ता नवीन सुलंकी ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक के दौरान अध्यक्ष गुरमीत सिंह और महामंत्री आर के सिंह ने कमिटी के सदयों के साथ अस्थाई कर्मचारियों के मुद्दे पर चर्चा की।
बैठक को संबोधित करते हुए महामंत्री आर के सिंह ने कहा कि हम लोग आज अस्थाई साथियों के विषय पर चर्चा करने और आपकी राय सुनने के लिए यह बैठक आयोजित किए हैं। वर्तमान समय में अस्थाई भाई क्या सोच रहे हैं उनकी राय क्या है एवं तमाम मजदूर साथी क्या विचार रखते हैं। उनसे बातचीत करने के लिए आप सबों को कहा गया था। आप सब ने अपने डिपार्टमेंट में साथी कर्मचारियों के साथ बातचीत किया है हम चाहते हैं की बारी-बारी से आप लोग उनकी राय को बैठक में रखें।
इसके उपरांत सभी कमेटी मेंबरों ने अपने-अपने क्षेत्र के साथियों के साथ जो बातचीत हुई थी उसे बैठक में रखा। कुल मिलाकर सभी ने कहा कि जिन दो विषयों पर यूनियन ने प्रबंधन के मसौदे को खारिज किया है उन दो विषयों पर सभी मजदूर सभी अस्थाई साथी यूनियन के साथ खड़े हैं। यूनियन से आशा करते हैं कि इसका सटीक निराकरण भी निकलेंगे।
वहीं सभी की बातों को सुनने के बाद महामंत्री आर के सिंह ने कहा जैसा कि आप लोगों को ज्ञात है कि 8 जनवरी को श्रमायुक्त के पास यूनियन को अपना पक्ष रखना है। प्रबंधन ने जो अपना मसौदा दिया है उसे हम लोग खारिज करते हैं तथा उसमें से दो बिंदु पहले अस्थाई साथियों का स्थानांतरण किसी भी कीमत पर नहीं होना चाहिए। एक भी अस्थाई साथी जो यहां ट्रेनिंग किये है और हमें अपने टारगेट को पूरा करने के लिए जमशेदपुर प्लांट को आगे बढ़ाने के लिए जी जान से मेहनत किया है।
उन्होंने कहा कि आज वह यदि स्थाई होता है तो उसकी गुणवत्ता का लाभ जमशेदपुर प्लांट को मिले इसलिए एक भी अस्थाई साथी का स्थानांतरण को यूनियन स्वीकार नहीं करेगी। जहां तक स्थायीकरण में 600 का मसौदा कंपनी ने दिया है इसे भी स्वीकार नहीं करते हैं। दूसरा वार्ड एम्पलाई सिस्टम बदस्तूर जारी रहे और आवश्यकता पड़े तो सुधार हो।
अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि कई बार ऐसा मौका रिकॉग्नाइज यूनियन के पास आ खड़ा होता है कि हमें मजदूर हित में प्रबंधन के बातों को खारिज करने की आवश्यकता होती है और आज ऐसा समय भी आ गया है कि हम लोगों को एकता के साथ अपनी लड़ाई लड़नी होगी। फिलहाल संघर्ष ही एक रास्ता है। हम जरूर यह चाहेंगे की बातचीत से समस्या का समाधान हो। पर ऐसा नहीं है कि मजदूर के हितों की अवहेलना कर हम लोग बातचीत का दौर जारी रखेंगे। इसकी जिम्मेदारी प्रबंधन पर है कि इस समस्या का हल जल्द से जल्द निकाले। अंत में धन्यवाद ज्ञापन एचएस सैनी ने किया मंच का संचालन प्रकाश विश्वकर्मा ने किया।


















