होम 

राज्य

नौकरी

राजनीति

देश दुनिया

योजना

खेल समाचार

टेक

जमशेदपुर

धर्म-समाज  

वेब स्टोरी 

---Advertisement---

 

 

श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर केबुल टाऊन में 3 से 7 जुलाई तक होगा प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ, बेगुसराय के पंडित गौरी कांत ठाकुर ने किया जीर्णोद्धार प्रक्रिया का निरीक्षण

By Goutam

Published on:

 

श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर केबुल टाऊन में 3 से 7 जुलाई तक होगा प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ, बेगुसराय के पंडित गौरी कांत ठाकुर ने किया जीर्णोद्धार प्रक्रिया का निरीक्षण

---Advertisement---

444146176_856578976490199_182231
sachdeva
previous arrow
next arrow

जनसंवाद, जमशेदपुर: श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, केबुल टाऊन जमशेदपुर में श्री लक्ष्मीनारायण प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ आगामी 3 जुलाई से 7 जुलाई तक संपन्न होगा। 3 जुलाई को कलश यात्रा एवं विग्रहों के नगर भ्रमण के साथ महायज्ञ कार्यक्रम का शुभारंभ होगा और यज्ञ को विधि विधान के अनुरूप पूजा-अर्चना संपन्न करते हुए 7 जुलाई, 2024 (भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के दिन) मंदिर में श्री लक्ष्मीनारायण एवं अन्य देवी-देवताओं की विगृह की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी।

बेगुसराय के पंडित गौरी कांत ठाकुर तथा जमशेदपुर के पंडित विनोद पाण्डेय, पंउित विपिन्न झा, पंडित सुधीर झा एवं पंडित उमेश शास्त्री ने मंगलवार को श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के जीर्णोद्धार प्रक्रिया का निरीक्षण किया और शास्त्र समत कई सुझाव दिया तथा महायज्ञ का विस्तृत कार्यक्रम निर्धारित किया।

श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में एक वेद अध्ययन अनुशीलन केन्द्र की स्थापना करने का निर्णय भी हुआ। इस केन्द्र में सनातन धर्म के सभी विधानों की ग्रंथों से युक्त एक समृद्ध पुस्ताकालय होगा और जिज्ञासुओं का विविध पूजा पद्धतियों, श्लोक उच्चारण तथा वैद्य पुराण, यज्ञ, मिमंशा आदि का गूढ़ शिक्षण दिया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं का उचित समाधान किया जा सके और पूजा-पाठ के दौरान प्रासंगिक श्लोकों, मंत्रों एवं पूजा प्रक्रियाओं का शुद्ध उच्चारण के साथ यथा योग्य निर्वाहन कर सकें।

अनुशीलन केन्द्र में भारतीय जीवंन पद्धति, खानपान, मानसिक उन्नयन, मनोवैज्ञानिक प्रभावों का विश्लेषण आदि के विषय में शास्त्र सम्मत प्रशिक्षण दिया जाएगा। श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर शत प्रतिशत आध्यात्मिक गतिविधियों का केन्द्र होगा और आध्यात्मिक विज्ञान को उच्चतम स्तर तक ले जाने का स्थान के रूप में विकसित होगा।

 

---Advertisement---