होम 

राज्य

नौकरी

राजनीति

देश दुनिया

योजना

खेल समाचार

टेक

जमशेदपुर

धर्म-समाज  

वेब स्टोरी 

---Advertisement---

Resized Sharma Furniture Banner 1-01-01
Resized Sharma Furniture Banner 2-02
previous arrow
next arrow
03 (29)
04
previous arrow
next arrow

 

आरआईटी : Manufacturer of aluminum deoxidizer and alloys कंपनी में प्रदूषण के विरुद्ध ग्रामीणों में आक्रोश, कंपनी के खिलाफ जल्द खोलेगी मोर्चा, बड़े आंदोलन की तैयारी….

By Balram Panda

Published on:

 

---Advertisement---

01 (48)
02 (50)
previous arrow
next arrow

आरआईटी / Balram Panda : सरायकेला जिले के आरआईटी बोनडीह स्थित Manufacturer of aluminum deoxidizer and alloys एल्यूमीनियम डीऑक्सीडाइज़र और मिश्र धातु
के निर्माता कंपनी द्वारा फैलाये जा रहे प्रदूषण के विरुद्ध स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता दिख रहा है. इस गंभीर मुद्दे को लेकर रविवार को स्थानीय लोगो ने बैठक कर मंत्रणा की. स्थानीय लोग मान रहे हैं कि जिस प्रकार कंपनी से निकलने वाला धुआं पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है. उससे लोगों के शरीर में धीरे- धीरे जहर घुल रहा है.

स्थानीय लोगों ने कहा कि पहले तो कंपनी का प्रदूषण काला डस्ट केवल खेत, खलिहान घर, आंगन तक सीमित था. लेकिन लगातार बढ़ रहे प्रदूषण की मार अब मानव शरीर में भी प्रवेश कर रही है और धीरे- धीरे शरीर में जहर घोलने का काम कर रही है. इस जानलेवा प्रदूषण के चलते लोगों की इम्युनिटी पावर कमजोर होती जा रही है. लिहाजा कंपनी से सटे गांव के बुजुर्ग अक्सर बीमार रह रहे हैं. प्रदूषण की मार झेल रहे कंपनी से सटे भास्कोनगर, मिरुडीह, बोनडीह के साथ कई ग्रामीण इलाकों की हजारों आबादी इसका शिकार बन रही है. स्थानीय लोगो ने बताया कि कंपनियों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के चलते घर आंगन, खेत खलिहान के साथ गांव के तालाब लगातार प्रदूषित हो रहे हैं. गांव के घरों में काले डस्ट की मोटी परत जमी रहती है. जिससे ग्रामीणों के स्वास्थ पर भी असर हो रहा है.

ग्रामीण बताते हैं कि पशु- पक्षी इस दूषित जल को पीते हैं जिससे वह भी बीमार पड़ रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर अनसन पर बैठेंगे. जहां कंपनी के कारनामो के विरोध में आंदोलन तेज किया जाएगा. स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन और प्रदूषण विभाग कंपनी के कारनामो के विरुद्ध मूकदर्शक बनकर बैठी है. वहीं, प्रदूषण विभाग और प्रशासनिक उदासीनता के चलते लोग कीड़े मकोड़े की तरह रहने को विवश हैं. कंपनी के प्रदूषण की मार इतनी है कि आसपास के इन गांव के हरे भरे खेत खलिहान काले रंग में तब्दील हो रहे हैं. हरी घास काली हो गई, जबकि मवेशियों को खेतों का हरा चारा तक नसीब नहीं हो पा रहा.

स्थानीय लोगो ने कहा कि जिला प्रशासन से लेकर राज्य सरकार के समक्ष कंपनी के विरुद्ध आवाज उठाई जाएगी यदि कंपनी प्रदूषण पर रोक नही लगाती है तो पुर जोर इसपर विरोध प्रदर्शन करेंगी, स्थानीयों का कहना है कि कंपनी लोगो के जिंदगीयों से खिलवाड़ करना बंद करें. विभागीय अधिकारियों के मिलीभगत से कंपनी बेतहाशा प्रदूषण फैला रही है. इसे देखने वाले कोई नहीं है. लोग भगवान भरोसे जीने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि प्रदूषण पर रोक नहीं लगाई गई तो बहुत जल्द उग्र आंदोलन की जाएगी.

 

---Advertisement--- 

 

Related Post

Leave a Comment